"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जीबदास साहू आलू के भण्डारण घर पर कैसे करे इसके बारे में जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
मोबाइल वाणी और माय कहानी की खास पेशकश कार्यक्रम भावनाओं का भवर में। दोस्तों, प्यार एक ऐसा शब्द है जो हर रिश्ते में एक अलग स्थान रखता है पर क्या आप जानते हैं कि प्यार का एक और रूप सेल्फ लव यानि कि खुद से प्यार भी होता है। तो चलिए आज की कड़ी में जानते हैं कि आखिर सेल्फ लव यानि कि खुद से प्यार आखिर होता क्या है और यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य से कैसे जुड़ा हुआ है ? दोस्तों आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना हर किसी के लिए उतना ही जरुरी है जितना की हमें जीवित रहने के लिए खाना और पानी की, इसलिए खुद का ख्याल स्वयं रखें और स्वस्थ्य रहे। क्यूंकि मानसिक विकार किसी की गलती नहीं इसलिए इससे जूझने से बेहतर है इससे जुड़ी पहलुओं को समझना और समाधान ढूंढना. तो अब आइये सुनते हैं सेल्फ लव और इसके फायदे के बारे में....अब अगली कड़ी में जानेंगे कि हमारे लिए स्वस्थ्य रहना क्यों महत्वपूर्ण है। तब तक बात करते हैं सेल्फ लव के बारे में जी हां दोस्तों यह कहा जाता है कि दूसरों से पहले खुद से प्यार करना सीखो क्यूंकि जब एक इंसान खुद से प्यार करता है,खुश रहता है तो वो अपने आस पास के लोगों को भी खुश सकता है। पर क्या वास्तव में ऐसा होता है ?आपके नाज़रीय में सेल्फ लव का क्या मतलब है यानी की आप सेल्फ लव को कैसे देखते हैं और यह खुदगर्ज़ी से कैसे अलग है? अगर मानसिक स्वास्थ्य के दृष्टि से देखा जाए तो सेल्फ लव यानि कि खुद से प्यार करना और सेल्फ फॉर गिवनेस यानि की खुद को माफ़ करना हमारे मानसिक स्वास्थ्य से कैसे जुड़ा है ?आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है कि लोग खुद से पहले दूसरों के बारे में सोचते हैं ? क्या सच में ऐसा होता है ? इस पर राय, प्रतिक्रिया या फिर इससे जुड़ा आपके मन में कोई सवाल है तो जरूर रिकॉर्ड अपने फ़ोन में दबाएं नंबर 3 . साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें https://www.youtube.com/@mykahaani
बिहार बोर्ड के निर्देशानुसार सोनपुर में चल रहे मैट्रिक परीक्षा क़े 6 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त परीक्षा संचालित की गई.हालांकि किसी भी केंद्र से नकल करते हुए एक भी परीक्षार्थी गहन जांच करने के उपरांत भी पकड़े नहीं गई। सभी परीक्षार्थी अपने- अपने मन से परीक्षा भवन में अंग्रेजी विषय की परीक्षा दी।
शिवरात्रि पर्व के लेकर शांति समिति की बैठक सोनपुर अनुमंडल कार्यालय के सभागार में शुक्रवार के दिन सोनपुर एसडीओ आशीष कुमार क़े अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बाबा हरिहरनाथ मंदिर, बिहार के सोनपुर में स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है, जो अपने धार्मिक महत्व, ऐतिहासिकता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान हरिहरनाथ (शिव और विष्णु के संयुक्त रूप) को समर्पित है और भक्तों की अपार श्रद्धा का केंद्र है। बाबा हरिहरनाथ मंदिर की कथा रामायण काल से जुड़ी हुई मानी जाती है।
बिहार बोर्ड के निर्देशानुसार सोनपुर में चल रहे मैट्रिक परीक्षा क़े 6 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त परीक्षा संचालित की गई.हालांकि किसी भी केंद्र से नकल करते हुए एक भी परीक्षार्थी गहन जांच करने के उपरांत भी पकड़े नहीं गई।
Transcript Unavailable.
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सोनपुर में मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन 6 परीक्षा केंद्रों पर दोनों पालियो में 70 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित सोनपुर। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के दिशा निर्देश के अनुसार मैट्रिक बोर्ड परीक्षा के तिसरे दिन सोनपुर में बनाए गए 6 परीक्षा केंद्रों पर दोनों पालियो में संस्कृत विषय की परीक्षा हुई. परीक्षा में शुरुआत में तो परीक्षार्थियों के चेहरे पर संस्कृत विषय क़े लेकर अधिकांश परीक्षार्थियों का डर स्पष्ट दिख रहा था। लेकिन जब परीक्षार्थी जब परीक्षा भवन से परीक्षा देकर निकली तो सभी के चेहरे पर खुशी की लहर देखी गयी। सोनपुर में 6 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जिसमें पीआर कॉलेज,शिशु संघ हाई स्कूल, कन्या हाई स्कूल पहाड़ी चक, एसपीएस सेमनरी स्कूल, शिवदुलारी हाई स्कूल,रामसुंदर दास महिला कॉलेज है। इस बात की जानकारी देते हुए सोनपुर एसडीओ आशीष कुमार ने बुधवाई को बताया कि तीसरे दिन मैट्रिक के परीक्षा में संस्कृत विषय की परीक्षा हुई। दोनों पालियो में कुल 70 परीक्षार्थियों ने विभिन्न कारणों से अपनी परीक्षा छोड़ दी। फ़र्स्ट सिटिंग में कुल 2865 परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होना था। मगर 2830 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए जबकि 35 परीक्षार्थियों ने अपनी परीक्षा छोड़ दी। वहीं सेकेंड सिटिंग में 2869 परीक्षार्थी की जगह 2834 परीक्षार्थी शामिल हुए। सेकेंड सिटिंग में 35 परीक्षार्थियों ने अपनी परीक्षा छोड़ दी। सबसे अधिक दोनों पालियो में कुल पीआर कॉलेज में 14 वही एसपीएस में भी 14 महिला परीक्षार्थी अनुपस्थित रही। सभी 6 परीक्षा केंद्रों पर शांति पूर्ण तरिके से स्वच्छ, निष्पक्ष और कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न हुई। परीक्षा के दौरान कड़ी निगरानी रखी गई, जिससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने पाई। परीक्षा भवन में प्रवेश करने के पहले मुख्य द्वार पर ही सभी परीक्षार्थियों को बारी-बारी से उसकी शारीरिक जांच महिला पुलिस के द्वारा कराई गई। इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, मोबाइल या अन्य किसी प्रकार क़े समान जाने की इजाजत नहीं दी गई। सभी परीक्षार्थियों को सिर्फ एडमिट कार्ड व कलम परीक्षा भवन में ले जाने की इजाजत दी गई।
