उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता शैलेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि महिलाओ के सशक्त होने से भारत मे बदलाव देखने को मिल रहे है। इसके साथ ही महिलायें पुरानी कुरीतियों को खत्म कर एक नई विचारधारा के साथ आगे बढ़ रही है। ट्रेन हो या विमान या उससे संबंधित अन्य सीमा सुरक्षा, अर्धसैनिक बल हर जगह महिला मौजूद हैं। हाशिए पर रहने वाली महिलाओं को निश्चित रूप से बदलाव आया है। इसके साथ ही घरेलू हिंसा में कमी आई है। महिला खुद के लिए अब आवाज उठा रही है। आर्थिक रूप से सशक्त हो कर परिवार की जिम्मेदारी उठा रही है। लेकिन फिर भी शिक्षा की दर को भी बढ़ाने की जरूरत है। ऐसे कई राज्य हैं जहां महिलाओं को अभी तक उस तरह से शिक्षित नहीं किया गया है जिस तरह से उन्हें होना चाहिए। महिलाओं का सशक्त होना मतलब भारत का विकास की ओर आगे बढ़ना

उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता शैलेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि महिलाओं के ऊपर घर से ले कर बाहर तक की कई जिम्मेदारियां होती है। इसके साथ ही उन पर पाबंदिया भी लगाई जाती है। जिसके कारण महिलाओं को कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई जगहों पर उन्हें वेतन भी कम दिया जाता है। महिलाओं की स्थिति में बदलाव लाने में राजनीतिक क्षेत्र में पहुँच रखने वाली महिलायें अगर ईमानदारी से कार्य करें , तो सकारात्मक परिणाम देखे जा सकते हैं। इससे वो अपने हित में आसानी से बिल पास करवा सकती हैं। इसके साथ ही सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ इन तक सही से पहुंचे तो भी वो आत्मनिर्भर बन पायेंगी। उनके लिए लोन की व्यवस्था सरल होनी चाहिए। जिससे की वो आसानी से काम की शुरुआत कर सकें। अगर हर स्तर पर सही मायने में महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य किये जाए तो जल्द ही परिस्थिति में अच्छा बदलाव देखने को मिल सकता है

उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता शैलेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि महिलाओं का शोषण तो होता ही है, कई जगहों पर उन्हें वेतन भी कम दिया जाता है। महिलाओं की स्थिति में बदलाव लाने में राजनीतिक क्षेत्र में पहुँच रखने वाली महिलायें अगर ईमानदारी से कार्य करें , तो सकारात्मक परिणाम देखे जा सकते हैं। अगर महिलायें अपनी खुद की एक पार्टी बनाती हैं। जिसकी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सब महिला ही रहे तो काफी अच्छा होगा। इससे वो अपने हित में आसानी से बिल पास करवा सकती हैं। इसके साथ ही सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ इन तक सही से पहुंचे। महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर अपने प्रोडक्ट की बिक्री के लिए बाजार मिल जाए तो ये आसानी से अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकती हैं। इसके साथ ही महिलाओं को आगे बढ़ाने में परिवार की भूमिका भी महत्वपुर्ण है, उन्हें भी अपने परिवार की सदस्यों को आजादी देनी चाहिए।महिलाओं को अपनी बात आगे रखने का अवसर और सहयोग मिलना चाहिए। अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहन मिलना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से खुशबू मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि आजकल की जिंदगी भाग दौड़ भरी जिंदगी हो गई है लोगों के पास समय नहीं है कि अपने बच्चों पर ध्यान दें।विशेष रूप से आज का जीवन एक व्यस्त जीवन बन गया है । हमें अपने बच्चों को कुछ समय देने में सक्षम होना चाहिए, उनके साथ इस तरह से व्यवहार करना चाहिए जिससे वे माता - पिता की तुलना में एक दोस्त की तरह महसूस करें । इस तरह हम अपने बच्चों को उनकी हर दिनचर्या का हिस्सा बन सकते हैं ताकि उनकी जो भी समस्याएं हों , उन्हें आपके साथ साझा कर सकें । बच्चों को ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे बाद में पछताना पड़े , बच्चों की जीवनशैली , बच्चों का खान - पान , बच्चों के साथ समय बिताना , इन चीजों पर जितना हो सके उतना ध्यान देना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से नीतू ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बच्चो के बचपन से जुड़ा "बचपन मनाओ बढ़ते जाओ "कार्यक्रम बहुत अच्छा लग रहा है

उत्तर प्रदेश राज्य के जिला वाराणसी से प्रीतम ने जैविक खेती के विषय पर अखिलेश कुमार से साक्षात्कार लिया। अखिलेश ने बताया जैविक खेती मृदा की उर्वरकता एवं कृषि की उत्पादकता बढ़ाने में पूर्णतया सहायक है। वर्षा आधारित क्षेत्रों में जैविक खेती और भी अधिक लाभदायक है। जैविक खाद का उपयोग करने से भूमि की गुणवत्ता में सुधार होता है और भूमि की जलधारण क्षमता भी बढ़ जाती है। जैविक खाद के उपयोग से वाष्पीकरण भी कम होता है जिससे खेती बेहतर तरीके से होती है और जमीन भी उपजाऊ होती है

उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी से उमेश मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहें हैं कि, बदलते मौसम में अपनी खेती को अच्छी बनाने के लिए ये पानी का इंतज़ाम कर रहें हैं तथा खाद का अधिक इस्तेमाल कर रहें हैं साथ ही पौधा ठीक नहीं होने पर पोषक तत्व वाली दवाई का भी छिड़काव करते हैं