Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला वाराणसी से प्राची दुबे , मोबाइल वाणी के माध्यम से एक कविता सुना रही है।
Transcript Unavailable.
उ प्र शासन द्वारा शिवपुर, चेतगंज और कैंट थानो के पुलीस कर्मियो के लिए मल्टीस्टोरी आवास बनाने की स्वीकृति दी गई है।
यूसूफपुर खंड पर इंटरलाक कार्य के चलते-फिरते चार दिन रिशिड्यूल होकर कामायनी चलेगी।
आईएमएस बीएचयू के डायरेक्टर प्रो. एसएन शंखवार ने कहा समाज में मिर्गी को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां हैं। ऐसे मरीजों के इलाज के लिए शोध जरूरी है। बीएचयू के न्यूरोलॉजी विभाग और आईएएन चैप्टर की ओर से केएन उडप्पा सभागार में चार दिनी इंडियन एपिलेप्सी सोसाइटी (आईईएस) समर स्कूल के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। आईईएस प्रेसिडेंट डॉ. पी. शरद चंद्रा ने कहा कि मिर्गी को लेकर लगातार काम की जरूरत है। हम मरीजों का केवल इलाज न करें बल्कि उन्हें जागरूक करें। प्रो. विजयनाथ मिश्र ने कहा कि बीएचयू का न्यूरोलॉजी विभाग हर माह दूसरे व चौथे रविवार को सुदूर क्षेत्रों में निःशुल्क कैंप लगाया जाता है। विभाग के प्रो. आरएन चौरसिया, प्रो. दीपिका जोशी, डॉ. अभिषेक पाठक, डॉ. आनंद, डॉ. वरुण व अन्य ने शोध पर चर्चा की। कार्यक्रम में डॉ. विनीता सिंह, डॉ. प्रिया देव, निधि चंद्रा, दामिनी शुक्ला के अलावा सभी शोधार्थी मौजूद रहे।
जन्म- प्रमाण पत्र व मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में अब कोई समस्या नहीं है। पूरे जनपद के हर ग्राम पंचायत के लिए एक-एक जन्म-मृत्यु रजिस्टार सेक्रेटरी या ग्राम पंचायत अधिकारी नामित किए गए हैं। और उसी प्रकार से नगर निगम के अंतर्गत 8 जोन बनाए गए हैं। जहां नगर जोन अधिकारी बैठते हैं,उनके कार्यालय में जन्म- मृत्यु का पंजीकरण किया जाता है। प्रमाण पत्र दिया जाता है। जरूरी है कि जन्म और मृत्यु का पंजीकरण करना है। यह कानूनी कर दिया गया है। और जहां पर मृत्यु होगी जन्म या मृत्यु रजिस्टार जो होता है उनका प्रमाण पत्र निर्गत करते हैं विशेष करके इसी बात का ध्यान रख करके आपको आवेदन पत्र देना होगा यदि नगर क्षेत्र के चिकित्सालय में अगर किसी का जन्म या मृत्यु होता है। इसकी सूचना नगर जोन को दिया जाएगा जिस नगर जोन में चिकित्सालय पड़ता है और इस पर उसका जन्म या मृत्यु का प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया जाएगा जिला स्वास्थ्य सूचना अधिकारी हरिवंश यादव कहा कि जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र आवेदन करने के लिए पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। और सीधे पोर्टल पर इसकी सूचना नगर निगम से संबंधित जोन को दे सकते है। उन्होंने बताया कि कोई भी अस्पताल इसके लिए हीला हवाली करता है। तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है। जन्म मृत्यु की घटनाओं को अगर 21 दिन के अंदर पंजीकृत कर दिया जाता है,तो उसके लिए कोई शुल्क नहीं होता है।अगर 21 दिन के बाद जमा किया जाएगा तो विलंब शुल्क लगेगा
शिक्षा का हमारे जीवन में क्यों इतना महत्व है और हर व्यक्ति को शिक्षित होना क्यों जरूरी है, इसी को एक छोटी सी कविता में बताया गया है कि शिक्षा से ही प्रगति है और शिक्षा से ही हमारी पहचान है