Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
शिक्षा हमे हमारे समाज मे रहने योग्य बनाती हैं।शिक्षा हमे उज्जवल भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं जो हमे एक अलग पहचान बनाने में सहायता करता हैं।
किसान अपने श्रम से अनेक फसले उगता है और वही आनाज देश की पूरी आबादी का भुख को शांत करता है।
मिशन शक्ति के तहत महिलाओं व बालिकाओं को शिक्षा, कौशल विकास ,रोजगार और उद्यमिता के अवसर मिल सकते है।
बीएचयू के प्रबंध शास्त्र संस्थान के तीन विद्यार्थियों का चयन जापानी कंपनी यूनिक्लो के ग्लोबल मैनेजमेंट प्रोग्राम के लिए हुआ है। एमबीए की विद्यार्थी नंदिनी ठाकुर, निशांत नारायण श्रीवास्तव और तान्या गुप्ता इसके तहत टोक्यो जाएंगे। जहां उन्हें वैश्विक व्यापार परिदृश्य तथा फास्ट रिटेलिंग कम्पनी के बारे में जानकारी मिलेगी छह दिनी कार्यक्रम के दौरान तीनों विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय व्यापार के विशेषज्ञों से मिलेंगे और उनसे नए ट्रेंड्स पर संवाद भी करेंगे। इस कार्यक्रम में बीएचयू के इन विद्यार्थियों के साथ दुनिया के 15 देशों के छात्र-छात्राओं का चयन किया गया है। गौरतलब है कि बीएचयू ने जापान की अग्रणी कंपनी यूनिक्लो 'फास्ट रिटेलिंग कंपनी लिमिटेड' के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया है। जिसके तहत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को इंटर्नशिप तथा सीखने के वैश्विक अवसर प्राप्त हो रहे हैं।
बीएचयू के पं. दीनदयाल उपाध्याय पीठ और इंडिया फाउंडेशन की तरफ से सोमवार को 'एकात्म मानववाद : दीनदयाल उपाध्याय और जैक्स मैरिटेन के परिप्रेक्ष्य' विषयक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हुआ। इसमें वक्ताओं ने पं. दीनदयाल उपाध्याय और जैक्स मैरिटेन के विचारों के अकादमिक और दार्शनिक पक्षों पर चर्चा की उद्घाटन सत्र में आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव व इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष राम माधव ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद धर्म से प्रेरित है। वह मानता है कि नैतिक मूल्यों के साथ भौतिक प्रगति होनी चाहिए। वहीं, जैक्स मैरिटेन ने एकात्म मानववाद का अपना सिद्धांत ईसाई जगत से लिया। सांस्कृतिक मतभेदों के बावजूद दोनों विचारकों के अपने विचारों में आश्चर्यजनक समानताएं और समान चिंताएं दिखती हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी फोरम के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने एकात्म मानववाद को भारतीय ज्ञान प्रणालियों और समाज के सतत विकास से जोड़ा। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के महत्व और मानव के समग्र विकास के साथ मूल्य-आधारित शिक्षा के मिश्रण की चर्चा की। सत्र की अध्यक्षता कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने की। सम्मेलन के सहसंयोजक और पं. दीनद्याल उपाध्याय पीठ के अध्यक्ष प्रो. तेजप्रताप सिंह ने स्वागत और आभार प्रकट किया।
Transcript Unavailable.