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ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता अजित साहू मो उपवन वाणी के माध्यम से कहतें है..पिछले हप्ते का दस्त का कार्यक्रम बेहद लाभदायक और प्रसंसनीय है। .बच्चों में पतला दस्त होना आम बात नहीं है इसे शिशु की सरीर से पानी की मात्रा कम हो जाता है..इसीलिए बच्चे को माँ का दूध के साथ ors का घोल और जिंक की गोली वक़्त पर जरूर देना चाहिए। .

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता तिलोत्तमा महंत मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..वह एक १००० दिन की माँ हैं,वह हुमो उपवन बानी के सारे कार्यक्रम सुन चुके हैं,,१००० दिन क्या हैं यह उन्हें कार्यक्रम से पता चला। .१००० दिन का अहमियत के बारे में उन्हें कार्यक्रम से पता चला..गर्भाबस्था से लेकर बच्चे की २ शाल तक हो जाने तक के वक़्त को १००० दिन की माँ कहते हैं..यह १००० दिन माँ और बच्चे का ख्याल रखना बेहत जरुरी है..

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता तिलोत्तमा महंत मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..वह एक १००० दिन की माँ हैं,वह हुमो उपवन बानी के सारे कार्यक्रम सुन चुके हैं,,१००० दिन क्या हैं यह उन्हें कार्यक्रम से पता चला। .१००० दिन का अहमियत के बारे में उन्हें कार्यक्रम से पता चला..गर्भाबस्था से लेकर बच्चे की २ शाल तक हो जाने तक के वक़्त को १००० दिन की माँ कहते हैं..यह १००० दिन माँ और बच्चे का ख्याल रखना बेहत जरुरी है..

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोतासावित्री पात्र मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..पतला दस्त का कार्यक्रम उन्हें बेहद पसंद आया बच्चों में पतला दस्त होता है,उनका सही से ध्यान रखना होगा सही मात्रा में दबाई ,ORS का घोल देना होगा यह सब कार्यक्रम में बताया गया,में आस पास के लोगों को इसके वारे में बताउंगी। आगे भी इसी तरह का कार्यक्रम आने की उम्मीद है.धन्यवाद

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता उषारानी महंत मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..उन्हें यह कार्यक्रम बेहद पसंद है.

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता कविता साहू मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..बच्चों में होता डायरिया और उसे बचने के तरीकों के वारे में वह इस अध्याय में जाना

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता अजित कुमार साहू मो उपवन वाणी के माध्यम से कहते है..वह इस मंच का सारा कार्यक्रम सुन चुके है हज़ार दिन की माँ का कार्यक्रम उन्हें बेहद पसंद आया है।गर्भाबस्ता से लेकर बच्चे की २ साल तक होने के समय को हज़ार दिन कहते है यह दिन माँ और सिसु के लिए बेहद नाजुक समय हे.इसे सुनकर हर माँ को काम में लगाना चाहिए आगे भी इसी तरह का कार्यक्रम आने की उम्मीद है.धन्यवाद