महाराष्ट्र से आदर्श ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि पार्टियों पर सवाल बहुत उठता है पर महिलाओं पर बहुत काम हुआ है। महिलाओं पर पहले भी बात होती थी अब भी हो रही है ,इस पर पार्टी नहीं नेता का जवाबदेही होता है

किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

महाराष्ट्र राज्य के नागपुर से आदर्श ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि मीडिया बातों को दबाते आये है। आदिवासी समाज के साथ होने वाली शोषण को दबाया गया। लेकिन अब सरकार और चुनाव के नज़दीक आने पर बड़ी बड़ी ख़बर दिखाई जा रही है

छत्तीसगढ़ राज्य से वीरेंदर ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि नेता ,मंत्री महिलाओं की केवल बात करते है ,अनुसूचित जाति /जनजाति की बात करते है परन्तु दिव्यांगों और तृतीय लिंग का बात नहीं किया जाता है।

छत्तीसगढ़ राज्य के राजनाद गाँव से वीरेंदर , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि दिव्यांग भी समाज का हिस्सा हैं, चुनाव में दिव्यांगों की समस्याओं का मुद्दा भी होना चाहिए . सरकारों को दिव्यांग लोगों पर भी ध्यान देना चाहिए।

मध्यप्रदेश राज्य के जिला जबलपुर से अनुलाल महोबिया, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि सरकार द्वारा विकलांग लोगों को लाभ दिया जाना चाहिए। उनको स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी मिलना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य से अनिल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि कोरोना टीका लोगों के लिए जानलेवा है। टीका बनाने वाली कंपनी ने भी इसके विषय में स्वीकारा है लेकिन तब भी लोग कह रहे है कि यह भ्रमित करने वाली ख़बर है

मसलों में मिलावट होना एक चिंताजनक विषय है। इस पर सरकार को ध्यान देना ज़रूरी था ,अगर सरकार समय समय पर जाँच करती तो यह काम नहीं होता

महाराष्ट्र राज्य के नागपुर ज़िला से आदर्श ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि जन वितरण प्रणाली के माध्यम से मिलने वाले चावल के साथ खेलवाड़ किया जा रहा है। पांच किलो राशन मिल रहा है ,वो भी शुद्ध नहीं मिलता है

महाराष्ट्र से आदर्श ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि अपराधियों को सजा सबके सामने मिलना चाहिए । ताकि जनता देख पाए की किस तरह से सजा दी जा रही है और अपराधी भी देखे और अपराध करने से बचे