यह एपिसोड बताता है कि हम अपने रोज़मर्रा के जीवन में कैसे छोटे-छोटे बदलाव करके बिजली और पानी बचा सकते हैं। इससे न सिर्फ हमारा खर्च कम होगा, बल्कि हम अपनी धरती की भी रक्षा कर पाएंगे। आसान तरीकों से हम सभी मिलकर पर्यावरण को बचाने में मदद कर सकते हैं।क्या आपने भी अपनी ज़िन्दगी में कुछ ऐसे बदलाव किए हैं? अगर हाँ, तो हमें बताइए।

दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं?आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?

नए नए आजाद हुए देश के प्रधानमंत्री नेहरू एक बार दिल्ली की सड़कों पर थे और जनता का हाल जान रहे थे, इसी बीच एक महिला ने आकर उनकी कॉलर पकड़ कर पूछा कि आजादी के बाद तुमको तो प्रधानमंत्री की कुर्सी मिल गई, जनता को क्या मिला, पहले की ही तरह भूखी और नंगी है। इस पर नेहरु ने जवाब दिया कि अम्मा आप देश के प्रधानमंत्री की कॉलर पकड़ पा रही हैं यह क्या है? नेहरू के इस किस्से को किस रूप में देखना है यह आप पर निर्भर करता है, बस सवाल इतना है कि क्या आज हम ऐसा सोच भी सकते हैं?

Transcript Unavailable.

बलियारी गांव से मीशा कुमारी, मोबाइल वाणी के माध्यम से बाल मजदूरी के बारे में जानना चाहती है

मोबाइल वाणी के माध्यम से गुड्डू यह कहना चाहते है कि युवा जंक्शन में अच्छे - अच्छे गाने रिकॉर्ड करना चाहिए। उनको कार्यक्रम सुनकर अच्छा लगता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला हरदोई से मुकेश कुमार, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि महिला को सम्मान मिलना चाहिए। अभी हाल में महिला के साथ जो घटना हुई है वह बहुत दुखी करना वाला है। ऐसे घटना रुकना चाहिए। महिला घर से निकलने से डर रही है।

Transcript Unavailable.

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के चंद्रपुरा प्रखंड के तुरिया ग्राम से जे एम रंगीला ,मोबाइल वाणी के माध्यम से हरकलाल महतो से बातचीत की। ये कहते है कि पलटीमार नेता लाचार रहते है। लाचार हो कर ही नेता पलटी मारते है। जिस पार्टी में सालों से रहते है ,वहां मानसम्मान नहीं मिलने पर वो दूसरी पार्टी में जाते है। जिस पार्टी में नेता को मदद मिलेगा वही जाने का प्रयास करते है ,लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है। दूसरे दल में जाने से होता है कि नेता दूसरे के अधीन हो जाते है। नेता नहीं जानते की वहां उन्हें सम्मान मिलेगा या नहीं ,तब भी वो पार्टी में पहचान बनाने पर रहते है। जिससे वो लोगों को मदद कर सके। नेता प्रयास तो करते है लोगों की मदद करने का पर पार्टी की सहायता नहीं मिलने पर कुछ नहीं हो पाता है। इस कारण राजनीति में जीरो की स्थिति में पहुँच जाते है

29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद की जयंती है। मेजर ध्यानचंद को उनके अद्वितीय हॉकी कौशल और खेल के प्रति समर्पण के लिए याद किया जाता है। उन्होंने भारत को हॉकी में कई अंतरराष्ट्रीय जीत दिलाकर देश का गौरव बढ़ाया है। आज के दिन खेल के क्षेत्र में अहम योगदान देने वाले खिलाड़ियों को भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित करते हैं। बच्चों और युवाओं में खेल के प्रति रुचि पैदा करने के उद्देश्य से,स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाता है। जगह - जगह खेल के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाता है। दोस्तों , खेल प्रतिस्पर्धा और मनोरंजन के दायरे से परे हैं। उनमें जीवन बदलने, चरित्र निर्माण करने और सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देने की शक्ति है।आइए आज राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर हम प्रण करें कि हम खेलेंगे और लोगों को खेलने के लिए प्रेरित करेंगे। मोबाइल वाणी परिवार की तरफ से राष्ट्रीय खेल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।