बिहार राज्य के नालंदा जिला के थरथरी प्रखंड के अमीरा ग्राम से संजय ने मोबाईल वाणी के माध्यम से चंचला कुमारी से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि वे जीविका मोबाइल वाणी की नियमित श्रोता है। जीविका मोबाइल वाणी पर चंचला कुमारी को गर्भवती महिला धात्री महिला के खान पान, कोरोना , बच्चो के खान पान और सरकारी योजना के बारे में जानकरी मिली। चंचला कुमारी को मुन्नी की कहानी सुनना अच्छा लगता है।मुन्नी की कहानी सुन कर चंचला को लड़कियों की शादी कम उम्र में नहीं करनी चाहिए इस विषय में जानकारी मिली । जानकारी मिलने के बाद चंचला ने अपनी बेटी की शादी 19 साल की उम्र में किया और चंचला अन्य लोगो को भी जानकारी देती है कि अपनी बेटी की शादी कम उम्र में ना करे।जानकारी देने के लिए चंचला कुमारी जीविका मोबाइल वाणी को धन्यवाद दे रही है.

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बिहार राज्य के नालंदा जिला के परवल पुर प्रखंड के मुस्कान सी एल एफ से संजय ने चंद रेखा देवी से साक्षत्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया वे जीविका मोबाइल वाणी को एक साल से सुन रही हैं। इसमें वे कोरोना सम्बंधित जानकारी ,साफ सफाई के बारे में जानकारी और बच्चों को कैसे रखना चाहिए एवं उनके खानपान की जानकारी सुनती हैं जो उनको बहुत ही अच्छी लगती है। इसमें वे समय से खाना खाना ,साफ सफाई से रहना ,टीकाकरण करना आदि सुनती हैं। इसमें से उन्हें सबसे अच्छा कोरोना के बारे में जानकारी जो मिलता है वो अच्छा लगता है। उनका कहना है इसे सुनने के बाद वे दिनचर्या में अपनाया है मास्क लगाना टीका लगाना और हाथों को धोना इन सब को अपनाया है। उन्होंने बतया ये सब जानकरी को अपने आस पास के लोगों बता कर जागरूक करती हैं। इस जानकारी के लिए वे जीविका मोबाइल वाणी को धन्यवाद दे रही हैं। .

बिहार राज्य के नालंदा जिला के थरथरी प्रखंड के अमेरा गांव से प्रतिभा कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि वे जीविका मोबाईल वाणी दो साल से सुनती हैं। उन्होंने बताया उन्होंने मोबाईल वाणी पर गर्भवती ,धात्री महिला और बच्चों की पढ़ाई के बारे में सुना उनको गर्भवती महिला की जानकारी के बारे में कार्यकर्म बहुत अच्छा लगा। उनको इससे यह जानकारी मिला कि बच्चे को जन्म के एक घंटे के अंदर माँ का पीला गाढ़ा दूध देना चाहिए। साथ ही छ महीने तक केवल माँ का दूध ही देना चाहिए और दो साल तक माँ के दूध के साथ ऊपरी आहार भी देना चाहिए। प्रतिभा कुमारी का कहना है कि जानकारी मिलने के बाद उन्होंने इसे अपने जीवन में भी लागू किया। अपने गोतनी को इसके बारे में बताया उनका छोटा बच्चा है जिसे वे छः महीने तक केवल माँ का दूध ही पिलाती थी और दो साल तक माँ के दूध के साथ ऊपरी आहार देती थी जिससे आज उनका बच्चा तंदुरुस्त है। इस जानकारी के लिए उन्होंने मोबाईल वाणी को धन्यवाद दिया है