बिहार राज्य के सोहनकरपुर पंचायत से सुष्मिता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बोल रही हैं की इनके गाओ में लड़का-लड़की में भेदभाव नहीं होता है और ना ही दीदी लोग करना चाहती हैं अपने बेटा या बेटी को स्कूल और कोचिंग में पढ़ने के लिए भेजती हैं ये सब सुनकर अच्छा लगता है

बिहार राज्य से मोबाइल वाणी के माध्यम से नेहा कहती हैं की लड़का-लड़की में भेदभाव ज्यादातर महिलाएं ही करती हैं की लड़कियों को ये नहीं करना चाहियें वो नहीं करना चाहियें और और लड़के सब कर सकते हैं।

बिहार राज्य से सौरभ कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे यही कि ये चाइल्ड लाइन संस्था में सदस्य के रूप में काम करते है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा संचालित कार्यक्रम है। इसके तहत खोए हुए बच्चों का संरक्षण करते है जैसे बाल विवहा ,बाल मजदूरी , बाल शोषण और यौनाचार होता है उनका संरक्षण करते है।

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिले से सविता जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि उन्हें नीलिमा की कहानी बहुत ही अच्छी लगती है और हमें सभी लड़कियों को पढ़ाना चाहिए। साथ ही हमें लड़कियों के सपने को पूरा करना चाहिए।

बिहार राज्य के वैशाली जिले से जया पटेल मेरी पंचायत मेरी शक्ति के माध्यम से यह कहती हैं कि उन्हें नीलिमा की कहानी बहुत ही अच्छा लगा। वह कहती हैं कि नीलिमा की कहानी से यह प्रेरणा मिलती हैं कि हमें अपने जीवन में खूब संघर्ष करके आगे बढ़ना चाहिए और बेटे और बेटियों में कभी भी फर्क नहीं करना चाहिए। हमें अपने बच्चों को एक समान अधिकार देना चाहिए

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिले से निशा कुमारी मेरी पंचायत मेरी शक्ति के माध्यम से यह कहती हैं कि वह अपने गाँव के बच्चे को अच्छी शिक्षा देना चाहती हैं और गाँव के बच्चे का भविष्य सुधारना चाहती हैं

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला से आरती कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बोल रही हैं की यह बात सही है की हम बच्चो को डरा कर रखते हैं तो बच्चें बहुत डरे रहते हैं इसलिए अपनी बात नहीं बता पाते हैं बच्चो को डाटना चाहियें लेकिन इतना नहीं की वो हमसे डरे रहें अगर हम बच्चो को प्यार से समझाएं तो वो भी समझ सकते हैं इसलिए बच्चो के साथ प्यार और विश्वास बनाकर रखना चाहियें की अगर उनसे कोई गलती हो जाएँ तो वो डरे ना बल्कि बताएं

बिहार राज्य के सागरपुर जिले से अनीता मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं'नीलिमा की कहानी सुनकर उन्हें सीख मिली है कि आज के समय में महिलाओं के साथ बच्चों का ध्यान भी रखना चाहिए

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