देश में कोरोना वायरस के प्रकोप दौरान देश में कई लोगों को संक्रमण का सामना करना पड़ा है. इस बीच सोशल मीडिया में इस महामारी से बचाव के घरेलू उपाय उपायों की एक लंबी लिस्ट भी जमकर शेयर होने लगी। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
केंद्र और आंदोलनकारी किसानों की वार्ता जनवरी से ही रुकी होने के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बीते बुधवार को कहा कि सरकार किसानों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने के लिए तैयार है, लेकिन किसान संगठन तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने वाले कानून की अपनी मांगों पर अड़े रहे। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
विश्व बैंक द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्था में होने वाले विकास को लेकर जारी रिपोर्ट ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स से पता चला है कि 2021-22 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में होने वाले विकास की दर करीब 8.3 फीसदी रहने का अनुमान है. वहीं 2020 में यह दर -7.3 फीसदी थी। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
देश के दूसरे राज्यों के मुकाबले मेघालय ने मनरेगा मजदूरी में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की है. आंकड़ों पर नजर डालें, तो 2020 से 2021 के बीच मनरेगा में मिलने वाली मजदूरी यहां, 203 रुपए थी, जिसमें साल 2021 से 2022 में 23 रुपए का इजाफा कर इसे 226 रुपए कर दिया गया है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
कोविड-19 एक ऐसी महामारी जिसने करीब-करीब दुनिया के हर इंसान को प्रभावित किया है. ऐसा ही कुछ बिजली के मामले में भी हुआ है, जोकि आज हर व्यक्ति की जरुरत बन चुकी है. अनुमान है कि इस महामारी के चलते 2020 में करीब 3 करोड़ लोग अपना बिजली का बिल भर पाने में असमर्थ रहे थे। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
देश में कोरोना संक्रमण का संकट अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. इस बीच सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार भी गरम हो गया है. सोशल मीडिया पर अब जानलेवा महामारी को लेकर नया दावा सामने आया है. कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस एक सीजनल वायरस है, इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और आइसोलेशन की जरूरत नहीं है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में 9.2 लाख से ज्यादा बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं, जिनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में और फिर बिहार में हैं. ये आंकड़े उन चिंताओं पर खास तौर पर जोर डालते हैं कि कोविड-19 वैश्विक महामारी गरीब से गरीब तबके के लोगों के बीच स्वास्थ्य एवं पोषण के संकट को और बढ़ा सकती है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि अब 18 से 44 साल के आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए भी राज्यों को टीका मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा और अगले दो सप्ताह में इससे जुड़े दिशानिर्देश तय कर लिए जाएंगे. पूरे देश में सभी लिए के मुफ्त टीकाकरण 21 जून से शुरू होने की उम्मीद है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान जारी है. परिणामस्वरूप जिन हिस्सों में ज्यादा लोगों का टीकाकरण हुआ है, वहां पर कोरोना संक्रमण की रफ्तार भी कम होनी शुरू हो गई है. देश में 3 कोरोना वैक्सीन - कोविशील्ड, कोवैक्सिन और रूस के स्पुतनिक वी लगाई जा रही हैं। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
महामारी ने भारत की स्वास्थ्य प्रणाली को बुरी तरह बेनकाब कर दिया है. शहरों से ज्यादा गांवों के हालात चिंताजनक बने हुए हैं. इस बीच स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट एन फिगर्स 2021 रिपोर्ट में गांवों के हालातों पर बात की गई है.रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले गांवों के स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर नहीं किया गया तो बहुत बुरे परिणाम भुगतने होंगे। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।