मजदूरों को अपने गांवों की ओर पलायन से रोकने के लिए भले ही तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन असल वजह सैलरी का न मिलना या फिर बड़े पैमाने पर कटौती होना है। एक सर्वे के मुताबिक 76 पर्सेंट मजदूरों को अप्रैल महीने में सैलरी नहीं मिली है। Safe In India समेत कई एनजीओ की ओर से दिल्ली के बाहरी इलाके मानेसर और बावल में किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। केंद्र सरकार की ओर से कई बार सैलरी में कटौती न किए जाने की अपील के बाद भी यह स्थिति देखने को मिल रही है।सुनने के लिए ऊपर के ऑडियो पर क्लिक करें।
लॉकडाउन के कारण देश की तमाम जरूरी चीजें इन दिनों रूकी हुईं हैं।मॉल, थियेटर, स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान भी इसमें शामिल हैं।बच्चे डिजिटल एजुकेशन ले रहे हैं पर उन बच्चों को अपने भविष्य की चिंता सता रही है जिनके पास डिजिटल प्लेटफार्म नहीं है।सुनने के लिए ऊपर के ऑडियो पर क्लिक करें।
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो एक मई के बाद से इनकी संख्या में चार गुना की बढ़ोतरी हुई है, वहीं मरने वालों की संख्या में करीब तीन गुना की वृद्धि दर्ज की गई है।स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 145,380 हो गई है।एक मई के बाद से 25 दिनों में इनकी संख्या में चार गुना की वृद्धि दर्ज की गई है. आंकड़ों पर गौर करें तो इससे पहले 24 मई को बीते 24 घंटों के दौरान इस महामारी के 6,767 नए मामले सामने आए थे।विस्तार पूर्वक खबरों को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने कहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे श्रम कानूनों के संबंध में भारत की अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञाओं या प्रतिबद्धताओं को बनाए रखेंगे और सामाजिक विचार-विमर्श को बढ़ावा देंगे. आईएलओ को ये बयान देश के दस मजदूर संगठनों और ट्रेन यूनियनों द्वारा 14 मई को भेजे गई उस शिकायत पर आया है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
सोशल मीडिया में ये दावा काफ़ी शेयर हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व स्वास्थ्य संगठन के नए चेयरमैन के रूप में चुने गए है. पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने ट्वीट करते हुए दावा किया, प्रधानमंत्री मोदीजी बने WHO के चेयरमैन!!WHO की बागडोर 22 मई से भारत के हाथों में गौरवान्वित क्षण सभी राष्ट्रवादियों के लिए बहुत..बधाई व शुभकामनाएं। सुनने के लिए ऊपर के ऑडियो पर क्लिक करें।
मजदूरों की बदत्तर हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हमारे देश में 10 में से 9 मजदूरों की मासिक आय शून्य है. जिसका खुलासा शिकागो विश्वविद्यालय के दिल्ली स्थित उर्जा नीति संस्थान की रिपोर्ट में हुआ है. यह शोध दिल्ली के पीतमपुरा, मोतीनगर, सरिता विहार और जहांगीरपुरी कम आय वर्ग वाले परिवारों पर किया गया है। सुनने के लिए ऊपर के ऑडियो पर क्लिक करें।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 16 मई को सुखदेव विहार फ़्लाईओवर के पास कुछ प्रवासी मज़दूरों से मुलाकात की थी. ख़बरों के अनुसार उन्होंने मज़दूरों का हाल जाना और उनके घर जाने की भी व्यवस्था की. इसी मुलाकात की दो तस्वीरें कुछ यूज़र्स शेयर कर रहे हैं.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
भारत में पांच करोड़ से अधिक भारतीयों के पास हाथ धोने की ठीक व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने और उनके जरिए दूसरों तक संक्रमण फैलने का जोखिम बहुत ज्यादा है. अमेरिका में वॉशिंगटन विश्वविद्यालय में इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैलुएशन के शोधकर्ताओं ने कहा कि निचले एवं मध्यम आय वाले देशों के दो अरब से अधिक लोगों में साबुन और साफ पानी की उपलब्धता नहीं होने के कारण अमीर देशों के लोगों की तुलना में संक्रमण फैलने का खतरा है. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
श्रमिक एक्सप्रेस से अपने-अपने घर जाने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार के सैकड़ों प्रवासी मजदूर और उनके परिवार वाले भीषण गर्मी में घंटों तक स्क्रीनिंग के लिए लाइन में खड़ा रहे. बुधवार को मयूर विहार की मुख्य सड़क पर मजदूरों की लंबी कतार देखने को मिली. चिलचिलाती धूप में ये मजदूर स्क्रीनिंग के लिए लाइन में लगे थे.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
केंद्र सरकार द्वारा 25 मई से चरणबद्ध तरीके से देश में विमान सेवाएं शुरू करने की घोषणा कर दी है. जिसके बाद एयरपोर्ट पर तैयारियां शुरू हो गईं हैं. इसके पहले सरकार ने यात्रियों के लिए गाइडलाइन भी जारी की है. जिसके अनुसार यात्रियों को हवाई अड्डे में प्रवेश करने से पहले थर्मल जांच से गुजरना अनिवार्य होगा. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।