झारखण्ड राज्य के जिला पूर्वी सिंघभूम के पोटका प्रखंड के टांगराइन पंचायत के टांगराइन ग्राम से जीवन कुमार मंडल मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इस ग्राम सबर परिवार निवास करते है। सबरो का स्वास्थ्य हालत अच्छा नहीं है अत: सबरो के स्वास्थ्य पर सरकार द्वारा ध्यान दिया जाय जिससे उनके जीवन में सुधार आये।

झारखण्ड राज्य के जिला पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड के गंगाड़ी पंचायत से शिवानी सरदार ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि गांव में मुख्यमंत्री योजना दीदी किचन में काम कर रही हैं एवं खाना खाने जितने लोग आते हैं,उन्हें कोरोना वायरस के बारे में बताती हैं। जैसे-खाने से पहले साबुन से हाथ धोना,सोशल डिस्टेंसिंग अपनाना,जरुरी काम पर हमेशा मास्क पहन कर निकलना,अनावश्यक रूप से घर से बाहर नही निकलना ,इत्यादि।

झारखण्ड राज्य के पूर्वी सिंहभूम से अंकुर ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है ,ये अपने घर में मां और दीदी के घरेलू कामों में हाथ बटाते हैं। हर दिन सुबह उठकर झाड़ू मारते हैं, रात के बर्तन निकालते हैं और पानी भर देते हैं। साथ ही इनका कहना है कि पहले सुबह स्कूल जाने के कारण यह सब कार्य नही कर पाते थे।

झारखण्ड राज्य के जिला पूर्वी सिंहभूम के प्रखंड पोटका के चापि गांव से से जसवंती सरदार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वे समुह से जुडी हुई है और समूह की बैठक करवाती है जिसमे वे उन्हें समझाती है कि अभी लॉकडाउन है कोरोना महामारी फैला हुआ है बेकार में युही बाहर ना जाये बहुत जरुरी हो तभी घर से बाहर निकले एवं मास्क लगा कर जाये

झारखण्ड राज्य के पोटका पंचायत के पूर्वी सिंहभूम जिले से काजल देवी मेरी पंचायत मेरी शक्ति के माध्यम से कोरोना वायरस के बारे में जानकारी देती हैं कि यह एक ऐसा बीमारी है, जिसने पुरे देश में महामारी का रूप ले लिया है और यह बीमारी मनुष्यों के साथ साथ जानवरों में भी यह बीमारी उत्पन्न हुई है। काजल देवी ने इससे बचने के लिए यह कहती हैं कि बाहर जाने के बाद अपने मुँह में मास्क लगाना चाहिए , बाहर से आने के हाँथ धोना चाहिए और सेनिटाइजर का प्रयोग करना चाहिए और जब खाँसी या छींक आए तो रुमाल या टिसू पेपर का प्रयोग करना चाहिए। साथ ही किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस जैसी बीमारी या अन्य बीमारी हुए लोगों से दूर रहना चाहिए।

झारखण्ड राज्य के पूर्वी सिंघभूम जिले से चरस बन्दना मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि वह एक नेशनल खिलाड़ी भी हैं और वह आगे भी खेलना चाहती थी। लेकिन उनके घर वालों ने शादी करवाकर उनके सपने को तोड़ दिया। उसके बाद उनके ससुराल वालों ने उनके ऊपर अत्याचार करने लगे। लेकिन उन्होंने अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ लड़ा और सभी महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहे हिंसा के खिलाफ प्रेरित करती हैं

झारखण्ड राज्य के जमशेदपुर जिले से मोनिका प्रमाणिक मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि नीलिमा की कहानी सुनना बहुत अच्छा लगता है और इस धारावाहिक से महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ विरोध करने के लिए हिम्मत देती है। वह कहती है कि किस प्रकार महिलाएं अपने घरों का और अपने परिवारों का सम्मान रखती हैं। लेकिन फिर भी उनके ऊपर हो रहे अत्याचार एवं हिंसाएं होती रहती हैं। इसलिए हमें महिलाओं को सम्मान देनी चाहिए

झारखण्ड राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिला के नागा गांव के पोटका प्रखंड से हीरामणि टुड्डू मोबाइल वाणी के माध्यम से बतातीं हैकि वो एक एन.पी एच में प्रशिक्षिका हैं,जब वो अपने गांव में बच्चों को पढ़ाने के लिए जाती हैं,उनके घर वाले हमेशा से सपोर्ट करते है इसलिए उन्हें ज्याद कठिनायों का सामना नहीं करना पड़ता है।हीरामणि अगर महिलायें अपने कर्तव और मर्यादा का पालन करते हुए आगे बढ़ सकती हैं

झारखण्ड राज्य के पूर्वी सिंघभूम जिले से पुतुल मुर्मू मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि पहले वह अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाती थी। लेकिन जब से वह मेरी पहचान मेरी शक्ति से जुडी और उस संस्था में होने वाले बैठक में सम्मिलित हुई तो वह अब अपने घरों से बाहर निकलती है। साथ ही अपने आस पास के महिलाओं को भी घर से बाहर निकलने को कहती हैं

झारखण्ड राज्य के जिला पूर्वी सिंघभूम के पोटका प्रखंड से लक्ष्मी सरदार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि जब समहू नया बना तब कोई महिला साथ नहीं दे रही थी समहू में जुड़ना नहीं चाहती थी पर इनलोगो को देख कर अन्य महिलाएं भी समहू में जुड़ रही है और पहले महिलाएं ठेपा लगाती थी पर समूह से जुड़ कर अब वे हस्ताक्षर करने लगी है