झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला के चैनपुर प्रखंड से रानी कुमारी ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें पहले किशोरियों को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं की जानकारी नहीं थी पर अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने युवा मैत्री केंद्र जा कर कई सरकारी सुविधाओं की जानकारी प्राप्त कर ली ।

झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला के चैनपुर प्रखंड से कांता कुमारी ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें युवा मैत्री केंद्र के द्वारा किशोरों को मिलने वाले तमाम सुविधाओं की जानकारी प्राप्त हुई

झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला के चैनपुर प्रखंड से प्रिया कुमारी ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें और उनकी सहेलियों को अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से किशोर अवस्था में प्रवेश करते समय होने वाले शारीरिक बदलाव की जानकारी मिली।

झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला से नेहा कुमारी ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के कार्यक्रम के माध्यम से किशोरों के अधिकारों की जानकारी मिली।

झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला के चैनपुर प्रखंड से बबिता कुमारी ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मोबाइल वाणी के माध्यम से किशोरियों को माहवारी के दौरान किस तरह से साफ सफाई रखना चाहिए इसके बारे में जरुरी जानकारियाँ मिल रहीं हैं।

झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला के चैनपुर ज़िला से सुनीता ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें अब मेरी बारी अभियान से जुड़कर माहवारी से जुडी स्वच्छता की जानकारी मिल रही हैं ।

रांची से शबनम अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से बताती हैं कि पहले प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन जब से अब मेरी बारी से जुडी तो प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में जानकारी मिली।

झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला के चैनपुर ज़िला से किरण केरकेटा ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कार्यक्रम के माध्यम से इन्हे गल्स चेम्पियन के बारे में कई जानकारी मिली। जिसमे पोषण,शिक्षा,स्वास्थ्य एवं यौन प्रजनन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन अब इन सभी के बारे में जान कर बहुत अच्छा लगा रहा है।

हमारे श्रोता सुशील कुमार ने बताया कि जब किशोरियों को माहवारी आना शुरू हो जाता है तो यह सन्देश मिलता है कि वे माँ बनने के लायक हो गई हैं। लेकिन गांव में आज भी इसे छुआछूत माना जाता है।

झारखण्ड राज्य के गुमला ज़िला के चैनपुर से किरण केरकेटा ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कार्यक्रम को सुनकर बहुत अच्छा लगा। इसके माध्यम से कई जरुरी जानकारी दी गई। जैसे-पोषण,शिक्षा तथा स्वास्थ्य के बारे में कई जानकारी मिली है।