सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. यह दावे फेक न्यूज को बढ़ावा देते हैं. इससे आम जनता के बीच भ्रामक संदेश का संचार होता है. इस बीच टेलीकॉम एथॉरिटी आफ इंडिया यानि ट्राई कंपनी का नाम लेकर एक ऐसा मैसेज सामने आया है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि कोविड-19 महामारी के के कारण 4,345 बच्चों ने अपने परिजन खो दिए और इस मामले में अन्य राज्यों के मुकाबले महाराष्ट्र सबसे आगे रहा, जहां ऐसे बच्चों की संख्या 790 है. कोविड-19 संक्रमण के कारण अपने माता और पिता को गंवाने वाले बच्चों की संख्या के बारे में पूछे गए गए प्रश्न पर स्मृति ईरानी ने 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया कि ऐसे बच्चों की कुल संख्या 4,345 है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
बिहार में वज्रपात की ये नई घटनाएं नहीं हैं। पिछले दो महीने में दर्जनों बार वज्रपात हुआ है और लोगों की जान गई है।सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इस साल सिर्फ जून और जुलाई में ही वज्रपात से अलग-अलग जिलों में 84 लोगों की मौत होचुकी है जबकि इस साल जनवरी से लेकर अब तक 170 से ज्यादा लोग वज्रपात की बलि चढ़ चुके हैं।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
केंद्र सरकार ने राज्यसभा में पानी की क्वालिटी को लेकर कुछ आंकड़े बताए, जो चौंकाने वाले ही नहीं डराने वाले भी हैं.सरकार के मुताबिक हम जो पानी पी रहे हैं वो जहरीला है. उसने बताया कि देश के ज्यादातर राज्यों के ज्यादातर जिलों में भूजल में जहरीली धातुएं ज्यादा मात्रा में पाई गई हैं। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. इन दावों में अधिकतर सूचनाएं फेक न्यूज की तरह सामने आ रही हैं. आजकल एक मैसेज के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार @_DigitalIndia मोबाईल वाई-फाई नेटवर्क के तहत टॉवर लगा रही है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
केंद्र सरकार ने सोमवार को संसद में बताया कि पिछले पांच सालों में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के 4.13 करोड़ लाभार्थियों ने एक बार भी सिलेंडर रिफिल नहीं कराया जबकि 7.67 करोड़ लाभाथिर्यों ने एक ही बार सिलेंडर भरवाया। पूरी जानकारी के लिए लिंक को अभी क्लिक करें।
सूचना का अधिकार कानून से पता चला है कि भारतीय खाद्य निगम के देश भर में फैले गोदामों में पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान प्राकृतिक आपदाओं और रखरखाव के कारणों से करीब 1,693 टन अनाज बर्बाद हो गया. हालांकि, इस ब्योरे में चौंकाने वाला दावा किया गया है कि उक्त अवधि के दौरान इन गोदामों में जमा अनाज की कोई भी मात्रा चूहे सरीखे कुतरने वाले जानवरों और पंछियों की वजह से नष्ट नहीं हुई। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
दिल्ली में इस साल 30 जुलाई तक डेंगू के लगभग 170 मामले सामने आए हैं, जो 2017 के बाद से इस अवधि के लिए सर्वाधिक हैं। दिल्ली नगर निगम की ओर से जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई में डेंगू के कम से कम 26 मामले सामने आए।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
आम इंसान के जीवन में सोशल मीडिया अहम कड़ी निभा रहा है. इस माध्यम से आम जनता तक सूचनाओं का विस्तार तेजी से हो रहा है. खास बात है कि इस माध्यम से फेक न्यूज का बाजार भी चल निकला है. इसके जरिए कुछ समय के लिए आम जनता के बीच गलत सूचना फैलाकर पैसा कमाने के उपाय निकाले जा रहे हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
जैविक पिता के निधन के बाद बच्चे की नैसर्गिक अभिभावक होने के नाते मां के पास बच्चे के उपनाम पर निर्णय लेने का अधिकार है. उच्चतम न्यायालय ने यह टिप्पणी आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के फैसले को रद्द करते हुए की. शीर्ष अदालत पहले पति की मृत्यु के बाद पुनर्विवाह करने वाली मां और बच्चे के मृत जैविक पिता के माता-पिता के बीच बच्चे के उपनाम से जुड़े एक मामले से सुनवाई कर रही थी। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।