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बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से दीपा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से दिव्या भारती से साक्षात्कार लिया। दिव्या भारती ने बताया कि ये मध्य विद्यालय में पढ़ती थीं,मगर रोज स्कूल नही जाती थी। इनको छात्रवृति नही मिलने का कारण भी समझ में नही आता था। एक बार इन्होने मिस कॉल कर के मेरी आवाज मेरी पहचान मंच पर " मुन्नी की कहानी "नामक कार्यक्रम को सुना। कार्यक्रम में बताया गया था कि पचहत्तर प्रतिशत हाज़री होने पर ही छात्रवृति मिलती है। जानकारी हासिल करने के बाद दिव्या ने रोज स्कूल जाना शुरू किया और पचहत्तर प्रतिशत अटेंडेंस पूरा किया। इनके बाद ये छात्रवृति के लिए योग्य हुईं और इनको पांच हज़ार छात्रवृति का पैसा मिला।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से दीपा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से खनक कुमारी से साक्षात्कार लिया। खनक कुमारी ने बताया कि इनको स्कूल जाने का मन नही करता था। कभी स्कूल जाती भी थी तो लंच के बाद घर चली आती थी। एक बार इन्होने  मेरी आवाज मेरी पहचान मंच पर प्रसारित "मुन्नी की कहानी" नामक कार्यक्रम को सुना। इनको यह कार्यक्रम बहुत पसंद आया। इस कार्यक्रम में लड़कियों की पढ़ाई के महत्त्व के बारे में बताया गया था। खनक को कार्यक्रम के माध्यम से पता चला कि लड़कियों के लिए शिक्षा कितना जरुरी है। अब ये मन से  रोज स्कूल जाती हैं। खनक का कहना है कि ये शिक्षित रहेंगी तो किसी के सामने  हाथ नही फैलाना होगा और बैंक में फार्म भर कर खुद पैसा निकाल सकती हैं। इनका सुझाव है कि सभी को पढ़ना-लिखना चाहिए और मेरी आवाज मेरी पहचान कार्यक्रम सुनना चाहिए।

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