प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के आवाहन पर एवं जनता द्वारा खुद अपने आप पर यानी की स्वेच्छिक कर्फ्यू लगाने के अपील का व्यापक असर दुल्लाहपुर बाजार एवं समस्त नजदीकी चट्टियों एवं बाजारों में दिखाई दे रहा है सड़कें सुनी है बाजारें बिरानी सी दिखाई दे रही हैं , इसी बीच रेलवे विभाग के कुच्छ कर्मचारी रेलवे ट्रैक पर काम करते दिखाई दे रहे हैं मानों इन्हें वायरस या संक्रमण से कोई भय न हो । आइये इन्हीं से जानते हैं इनकी जुबानी की इन्हें वायरस का भय है या नहीं या मोदी जी की अपील का इन पर असर है कि नहीं सुनतें हैं इन्ही की जुबानी..........

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला दुल्लाहपुर प्रखंड से उपेंद्र कुमार ग़ाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कोरोना वायरस के कारण आम जन जीवन में होने वाली समस्यायों पर दुल्लाहपुर के ग्रामीण धर्मेश सोनी से चर्चा कर रहे हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि दुल्लाहपुर रेलवे स्टेशन में कोरोना वायरस के कारण सन्नाटा छाया हुआ है। कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए जो जनता कर्फ्यू लगायी गयी है उसका लोग समर्थन कर रहे हैं। धर्मेश सोनी बताते हैं कि वे चाय पकोड़ी की दूकान चलाते है ,लेकिन कोरोना वायरस के कारण यात्रियों का आवागमन कम होगी जिससे दूकान चलना मुश्किल हो जायेगा और दुकानें बंद करनी पड़ेगी। इसका प्रभाव जीवन पर बहुत गहरा होगा।जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश सरकार ने 35 लाख मजदूरों को महीने में 1000 हज़ार रूपए देने का वादा किया है। इस पर धर्मेश सोनी बताते हैं कि इतने कम पैसे में एक समय का भोजन भी नसीब नहीं होगा तो दिन में दो बार का भोजन की व्यवस्था हो पायेगी।

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग मास्क लगाकर घूम रहे हैं लेकिन यह मास्क किसके लिए जरूरी है और कितना जरूरी है आइए जानते हैं एक ग्रामीण द्वारा

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला दुल्लाहपुर प्रखंड से प्रमोद वर्मा ग़ाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पूरे देश में आज जनता कर्फ्यू लगा हुआ है इसलिए लोग अपने घरों में बैठे हुए हैं। इस सम्बन्ध में ग़ाज़ीपुर जलालाबाद के ग्रामीण मुकेश कुमार जयस्वाल बताते हैं कि सरकार द्वारा चलायी गयी जनता कर्फ्यू एक सराहनीय कदम है। इससे कोरोना वायरस के रोकथाम में मदद मिल सकती है।इस कारण आज आवागमन भी काफी ठप है इससे आम लोगों के जीवन पर प्रभाव पड़ रहा है।

मालूम हो कि श्रम कार्यालय के सभी भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुके है। शनिवार की सुबह सहायक शेर अली प्रधान, कम्प्यूटर आपरेटर सुभाष राम, अखिलेश चौहान, पीयूषकांत तिवारी, लेखाकार रमेश सिंह कार्यालय में बैठकर काम कर रहे थे। चपरासी प्रदीप कुमार भी अंदर मौजूद थे। इसी दौरान करीब साढ़े दस बजे अचानक छत का काफी हिस्से का प्लास्टर गिर पड़ा। इससे कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। वह भागकर बाहर निकले। जानकारी होते ही मौके पर विभाग के अन्य कर्मचारियों-अधिकारियों के साथ विभिन्न कार्यों के सिलसिले में आए लोगों की भीड़ लग गई। लोगों में यह चर्चा शुरु हो गई कि संयोग अच्छा था कि कोई घायल नहीं हुआ। इस दुर्घटना को लेकर कर्मचारियो में रोष था। उनका कहना था कि कार्यालय का सभी भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। आएदिन किसी न किसी कमरा का प्लास्टर टूटकर गिरता रहता है। भवन जर्जर होने की जानकारी उच्चाधिकारियों को भी है। बावजूद इसके नया निर्माण नहीं कराया जा रहा है। यदि समय रहते निर्माण नहीं कराया गया तो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

आज सुबह से ही मौसम खराब हो गया हैं चारों तरफ कुहासा छाया हैं यैसे में घरों से निकलना पड़ सकता है भारी रखें सावधानी नहीं तो कोरोना का संक्रमण बढ़ सकता है ............

प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकारी कार्यालयों में ‘वर्क फ्राम होम’ की व्यवस्था रोस्टर के हिसाब से लागू कर दी है। समूह ख, ग, तथा घ के 50 प्रतिशत कर्मचारी प्रतिदिन ऑफिसर आएंगे तथा बाकी 50 प्रतिशत घर से ही कार्य करेंगे। इसके अलावा भीड़ अत्यधिक कम करने के लिए कर्मचारियों को तीन पालियों में बुलाया जाएगा।  मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने शुक्रवार देर रात इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश जारी कर दिए। विभागाध्यक्षें को निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक दिन 50 प्रतिशत कार्मिकों की उपस्थिति कार्यालय में सुनिश्चित हो तथा बाकी 50 प्रतिशत घर से काम करें। इसके लिए विभागाध्यक्ष रोस्टर तय करेंगे।  विभागाध्यक्षों को सलाह दी गई है कि वे अपने यहां कार्यरत समूह ‘ख’ ‘ग’ व ‘घ’ के कर्मियों का साप्ताहिक रोस्टर इस तरह बनाएं कि कर्मी अल्टरनेट सप्ताह में कार्यालय आएं लेकिन इससे सरकारी काम में बाधा न आए। विशेषकर बजट के कार्य में व्यवधान न उत्पन्न हो। प्रथम सप्ताह में आने वाले कर्मियों का चिह्नीकरण करते समय घर से दूरी व कार्यालय आने में उपयोग होने वाले स्वयं के साधनों का भी ध्यान रखा जाएगा। कार्यालय आने वाले कार्मिकों के लिए समय का आवंटन भी तीन पालियों में करने का निर्देश दिया गया है। रोस्टर के हिसाब से अपने घर से काम रहेकर्मचारी अपने मोबाइल व इलेक्ट्रानिक साधनों के जरिए कार्यालय के संपर्क में रहेंगे। उन्हें आवश्यकता पड़ने पर घर से बुलाया जा सकेगा। अधीनस्थ कार्यालयों, स्थानीय निकायों, निगमों आदि में भी इसी तरह की व्यवस्था की जाएगी। यह आदेश उन कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा जो ऐसी आकस्मिक सेवाओं से जुड़े हैं जो कोविड-19 की रोकथाम में प्रत्यक्ष भूमिका अदा कर रहे हैं। इस तरह तीन पालियों में आएंगे कर्मचारी प्रात: 9 से शाम 5 बजे तक। प्रात: 10 से 6 बजे तक। प्रात: 11 से 7 बजे तक।

उत्तरप्रदेश राज्य से प्रमोद वर्मा की बातचीत गाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से वरिष्ठ सहायक अध्यापक हरिद्वार शर्मा से हुई। हरिद्वार जी ने बताया कि कोरोना वायरस से भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुत ज़्यादा प्रभाव पड़ेगा। देश में सोना,चाँदी आदि सामग्री सस्ते हो रहे है ,इससे यह पता चल रहा कि आर्थिक नुकसान बहुत हो रहा है। सड़क किनारें व्यापार करने वाले ग़रीब तबके के लोगों का बहुत नुकसान होगा। लेकिन यूपी सरकार द्वारा कहा जा रहा इन लोगों के भरण पोषण के लिए समाधान निकाला जाएगा।

उत्तरप्रदेश राज्य से प्रमोद वर्मा ने गाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कोरोना वायरस के चलते पूरा देश परेशान है। इसके प्रकोप से हर कोई बचना चाह रहा है। इसी संदर्भ में प्रमोद वर्मा बातचीत अध्यापक धीरज सोनी से हुई। धीरज सोनी ने बताया कि भारत में जो कच्चे माल की आपूर्ति होती है वो असल में भारत में उपलब्ध नहीं है। कच्चा माल बाहर से आयात होता है। इस कारण इसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। इसका पूरा प्रभाव एक महीनें बाद ही देखने को मिलेगा। भारतीय अर्थव्यवस्था पीछे हो सकती है। पर उभरता हुआ भारतीय अर्थव्यवस्था को संभलने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा।

गाजीपुर दुल्लाहपुर के बैंको में लगी है सैकड़ों की भीड़, सभी में दिख रहा है कोरोना से बैंक बन्द होनें का भय की कहीं बैंक भी न बन्द हो जाये पूरे देश में कोरोना कि संक्रमण को देखते हुए अब भारत सरकार ने भी एहतियात बरतना चालू कर दिया है अब तक भारत में 3 की मौत हो चुकी है जबकि 139 संक्रमित है और पूरे देश में सभी शिक्षण संस्थान 2 अप्रैल तक बंद और परीक्षाएं स्थगित कर दी गई कई ट्रेनें रद्द व कई फ्लाइट रद्द कर दी गई और अब आठवीं तक के सभी छात्र छात्राओं को बिना परीक्षा ही पास कर दिया जाएगा पर्यटन स्थल म्यूजियम मल्टीप्लेक्स सब बंद करवाए जा रहे हैं और रिजर्व बैंक ने नोटों से भी परहेज रखने की बात कह दी है ज्यादा से ज्यादा डिजिटल सेवा का ही उपयोग करें बरतें सावधानी सुने पूरी जानकारी.........