मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रयागराज रह रहे छात्र छात्राओं को अपने गृह जनपद वापस बुलाने की कवायद शुरू हो गई है इसशुरू हुई कवायद के तहत छात्र छात्राओं को अपने गृह जनपद में क्वॉरेंटाइन सेंटरों में 14 दिन रहना होगा तत्पश्चात जांच के बाद 14 दिन पूरा होने पर उन्हें अपने घर पर होम क्वॉरेंटाइन के लिए निर्देशित किया जाएगा

दोस्तों लॉक डाउन ने लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है कोरोना संक्रमण में लोगों के बाल बढ़ गए हैं दाढ़िया बढ़ गई हैं फिर भी बढ़ रहे संक्रमण के दौर में लोग चोरी-छिपे बालों की कटाई या सेविंग यानी दाढ़ी नाइयों की दुकानों पर बनवाते नजर आ रहे हैं इन नाइयों की दुकान पर भी दोस्तों आप इस संक्रमण के दौर में संक्रमित हो सकते हैं क्योंकि ऐसा सुनने में आ रहा है कि नाई की दुकान पर हेयर कटिंग के दौरान लोगों के शरीर पर ओढाये जाने वाला कपड़ा संक्रमित हो सकता है जो किसी संक्रमित के शरीर पर पड़ने के बाद आपके शरीर पर हेयर कटिंग के दौरान या दाढ़ी बनवाने के दौरान डाला गया हो ऐसे में आपका नाई अगर संक्रमित है या सेविंग करने वाला उस्त्रा या कैंची को अगर सैनिटाइज नहीं किया जा रहा तब भी आप संक्रमण के शिकार हो सकते हैं इसलिए दोस्तों आप से अपील है यदि संभव हो तो आप घर पर सेविंग करने की स्वयं से आदत डालें साथ ही साथ बाल अगर ज्यादा बड़े हो गए हो तो उसे भी आप घर पर ही किसी सहयोगी के माध्यम से जिस तरह से आप शेविंग करते हैं उसी तरह से बालों को भी सफाई कर सकते हैं या करवा सकते हैं ऐसा करने से दोस्तों एक तरफ जहां आप संक्रमण में आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद भी आप अपने धन का संचय करके उसे नियमित खर्च चलाने के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे।

कोरोना माहामारी व लॉक डाउन से मजदुर महिलाओं पर पड़ रहा है बुरा असर।

उत्तरप्रदेश राज्य ग़ाज़ीपुर जिला से अखिलेश मिश्रा ने ग़ाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से दिनांक 23-04-20 को बताया कि दिनांक 18-04-20 को ग़ाज़ीपुर मोबाइल वाणी पर एक खबर प्रसारित किया गया था। जिसका शीर्षक था "लॉक डाउन के बीच सजने लगी दुकाने ,गुलजार हुई बाजार"। खबर में बताया गया था कि दुल्लहपुर गाजीपुर स्थानीय बाजार में रौनक लौट आई है। कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर प्रधानमंत्री द्वारा लॉक डाउन के पालन में बाजार में लगने वाली भीड़ लक्ष्मण रेखा तोड़ने से बाज नहीं आ रही है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बाजार में विगत दिनों लॉक डाउन से पहले जुटने वाली भीड़ यथा स्थिति में आ गई है ऐसे में जूते-चप्पल ,कपड़े ,कॉपी-किताब चूड़ी-बिंदी के साथ-साथ बाजार की सभी दुकानें लगभग 9:00 बजे तक खुलने से व्यापक जनसमूह का सैलाब एक बार फिर उमड़ने लगा है। मेले सा दिखने वाला दृश्य को देखकर प्रतीत हो रहा है ,मानो रोजी रोटी के चक्कर में लोगों से कोरोना वायरस से होने वाली मौत का खौफ भुला दिया है। इस खबर के गाजीपुर मोबाइल वाणी पर प्रसारित होने के बाद स्थानीय प्रशासन को भी साझा किया गया। परंतु स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता से सोशल डिस्टेंसिंग या भीड़ पर नियंत्रण पाया नहीं जा सका था। तत्पश्चात संवादाता अखिलेश मिश्रा द्वारा इस खबर की जानकारी जिले के एसपी ओमप्रकाश सिंह व जिलाधिकारी को व्यक्तिगत फोन के माध्यम से अवगत भी कराया गया था। उच्चाधिकारियों ने दी गई सूचना व मोबाइल वाणी पर चलाई गई खबर को संज्ञान में लेते हुए समस्या पर विचार किया। सब्जी की दुकान को खोलने का समय सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे और राशन की दुकानों को खुलने का समय सुबह 7:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक कर दिया गया तथा अनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को बंद कराने का निर्देश भी दिया गया। इस तरह से दुकानों के अधिक समय तक खुलने से व मास्क ना लगाए हुए उपभोक्ताओं को वस्तुएं ना देने का निर्देश जारी किया गया। जिससे अब बाजार में लग रही भीड़ पर नियंत्रण पाया जा रहा है। वही अनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को बंद भी करा दिया गया है। जिससे बाजार में लॉक डाउन के पालन को सुनिश्चित करने व सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने से अब आम जनों की माथे पर खींची वायरस संक्रमण की लकीर व भय दूर कराने में गाजीपुर मोबाइल वाणी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आज दिनांक 224 2020 को नवागत थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में जलालाबाद शहीद चौक पर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया जिसमें कोरोना लॉक डाउन में निर्देश को तोड़ने जिसमें मास्क ना लगाना दोपहिया वाहनों पर दो सवारी को बैठाने को लेकर 3 दोपहिया वाहनों का जहां चालान किया गया वहीं एक बाइक को ₹1000 का जुर्माना चुकाने पर रिहा कर दिया गया

दुल्लापुर गाजीपुर कोविड-19 वायरस संक्रमण के साथ-साथ रोजी-रोटी चलाने की दशा में दुर्दशा झेल रहे क्षेत्रवासियों को सरकार द्वारा दिए जा रहे खाद्यान्न योजना में जहां 5 किलो प्रति यूनिट गेहूं शुल्क सहित व 5 किलो चावल निशुल्क वितरित किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ रोटी चावल का जुगाड़ हो जाने के बाद भी दाल का वितरण नहीं किए जाने से लोग दुखी हैं लोगों का कहना है कि सरकार ने सब कुछ दिया परंतु दाल की आपूर्ति ना कर लोगों को धोखा दिया है ऐसे में लोग दाल की आपूर्ति को लेकर आशान्वित हैं परंतु दाल की आपूर्ति गरीब ग्राम वासियों को कब तक होगी यह वक्त ही बताएगा लोग यह चाहते हैं कि चावल और गेहूं की भांति दाल का वितरण भी जल्द हो ताकि लोगों को रोटी और चावल के साथ दाल का तड़का भी मयस्सर हो सके

समस्त विश्व में व्याप्त कोरोना से इंसान ही नहीं अपितु सृष्टि के समस्त जीव जंतु पशु पक्षी भी इस समय संकट के दौर से गुजर रहे हैं मनुष्य द्वारा समस्त जीवो चाहे पशु-पक्षियों जीव हो या जंतु सबका पेट भरने का काम परोक्ष या प्रत्यक्ष रूप से इंसान ही करता है परंतु आज जब इंसान के अस्तित्व पर ही कोरोना का भय व लॉक डाउन से उत्पन्न हुई समस्या जिससे उद्योग व्यवसाय बंद हो गए रोजी रोटी के संकट से लोग खुद परेशान हैं ऐसे में इंसान के भरोसे रहने वाले जीवों पर पड़ने वाला संकट लाजमी है ऐसे में कुछ लोग जहां गायों को चारा उपलब्ध करा रहे हैं वहीं मंदिरों पर रहने वाले बंदरों को भी लोग फल फूल आदि उपलब्ध करा रहे हैं ऐसी स्थिति में परोक्ष रूप से कितने जीव भूखमरी की बलिवेदी पर चढ़ जा रहे होंगे यह कहना कठिन है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा देशवासियों के संबोधन में लाक डाउन की समय सीमा जो कि 15 अप्रैल को खत्म होने वाली थी इसे बढ़ाकर 3 मई कर दिया गया है इस बीच लॉक डाउन के अनुपालन में 1 सप्ताह तक सख्ती और बढ़ाने की आदेश भी दिए गए हैं

1 सप्ताह तक मौसम के साफ रहने के कारण खेती बारी के 40 फ़ीसदी कार्य भले ही पूरे हो चुके हैं लेकिन मंगलवार से बुधवार दो दिनों तक आंधी पानी की संभावना जताई जा रही है मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गत दिनों पछुआ हवा होने के कारण मौसम साफ रहा लेकिन 14 अप्रैल को शाम से हवा का रुख बदलेगा आसमान में बादलों की दस्तक के साथ तेज हवा और बूंदाबांदी से भी इनकार नहीं किया जा सकता है

1 सप्ताह तक मौसम के साफ रहने के कारण किसानों ने खेती बारी के 40 फीसद कार्य भरे कर लिए हैं लेकिन मंगलवार से बुधवार दो दिनों तक आंधी पानी की संभावना मौसम वैज्ञानिकों की तरफ से जताई जा रही है मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि गत दिनों पछुआ हवा होने के कारण मौसम साफ रहा लेकिन 14 अप्रैल को शाम से हवा का रुख बदलेगा आसमान में बादलों की दस्तक के साथ तेज हवा और बूंदाबांदी से इनकार नहीं किया जा सकता है