पूरे एक महीने दो दिन बाद आज 14 अगस्त आशा कार्यकर्ताओं के संघर्ष की सफलता को आशा कार्यकर्ताओं ने आज विजय दिवस के रुप में मनाया हैं। बिहार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में आम समुदाय को स्वास्थ्य सुविधा के लाभ दिलाने वाली अहम कड़ी आशा कार्यकर्ताओं का सरकार से जारी लंबा लंबा गतिरोध आज बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव द्वारा सभी कार्यकर्ताओं को 2500 रुपया प्रतिमाह मानदेय के घोषणा के साथ हीं खत्म हो गया है। इससे स्वास्थ्य विभाग राहत महसूस करेगा, इन कार्यकर्ताओं के हड़ताल पर रहने से संस्थागत प्रसव एवम टीकाकरण में राज्य सरकार को काफी परेशानी का सामना करना पर रहा था। इस लंबे संघर्ष के बाद आज आशा कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधि मंडल के साथ उपमुख्यमंत्री की बैठक हुई थी जिसके बाद यह घोषणा की गई और इस निर्णय का स्वागत करते हुए बिहार राज्य आशा कार्यकर्त्ता एवम आशा फैसिलिटेटर संघ ने हड़ताल समाप्ति का ऐलान कर दिया और अब सभी कर्मी गन अपने कार्य पर जल्द हीं वापस होंगे। उपमुख्यमंत्री की ओर से जारी बयान में कहा गया कि राज्य सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अलावा आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाकर ₹2500 करेगी साथी राज्य सरकार कर्मचारियों के अन्य मांगों पर भी केंद्र से बातचीत करेगी इस बढ़ोतरी से राज्य सरकार के खजाने पर प्रतिवर्ष 180 करोड रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा वहीं समस्तीपुर में संघ की जिलामंत्री सुनीता प्रसाद ने कहा कि यह हमारे लिए बड़ी जीत है सरकार ने हमारी प्रमुख मांगों को स्वीकार कर लिया है इसमें उनकी सेवाओं के लिए पारितोषिक के बजाय मानदेय शब्द के उपयोग की मांग में शामिल है।