बिहार राज्य के जिला मुंगेर के जमालपुर प्रखंड से संतोष कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जमालपुर के मध्य विद्यालय मोहनपुर की व्यवस्था से साफ प्रतीत हो रहा है कि यहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा महज एमडीएम तक ही सिमट कर रह गई है। विद्यालय की अध्यक्षा सुमित्रा देवी ने बताया कि विद्यालय के संचालन का समय सुबह छह बजे से है इसके बावजूद सुबह आठ बजे तक विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज कुमार सहित सात शिक्षक विद्यालय से गायब थे। विद्यालय में शिक्षकों का गायब रहना विभागीय अधिकारियों की लापरवाह रवैया को साफ बयां कर रहा है। यहां तैनात शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं तथा जिले में तैनात अधिकारी विद्यालय निरीक्षण के नाम पर महज कागजी खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं जिसके कारण विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो कर रह गई है. तथा विद्यालय में तैनात शिक्षकों के विद्यालय ना आने का समय है और ना ही जाने का। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी से कार्रवाई की मांग की है। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश चौधरी का कहना है कि विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी एवं विद्यालय में देर से आने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बिहार राज्य के जिला मुंगेर से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मुंगेर की आवाज़ की पहल से मुंगेर क्षेत्र के वार्ड संख्या पांच में,स्पीड ब्रेकर थोड़ी-थोड़ी दूर पर लगाया गया था तथा सड़कों पर बीच में बड़ा नाला था। सड़क के बीचों-बीच नाले की स्लेब टूटी हुई थी, जिसमें मछली विक्रेता महिला की पैर फंस कर टूट गई थी।उसके पश्चात इस खबर को मोबाइल वाणी पर तथा पदाधिकारी तक पहुंचाया गया। खबर को सुनकर इस समस्या का समाधान किया गया।वही शेरपुरवासियों का कहना है कि मोबाइल वाणी के टू वे कम्युनिकेशन के द्वारा ही, बिना किसी ऑफिसो के चक्कर लगाए ,वर्षो बाद इतना बड़ा काम पूरा हो पाया है। साथ ही शेरपुरवासियों का कहना कि मोबाईल वाणी अपनी बातों को साझा करने का अच्छा माध्यम है, क्योकि इससे बिना कहीं गए, आसानी से काम हो जाता है।इस पहल से शेरपुरवासियों के चेहरे पर ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी है एवं लोगों की इच्छा है कि मुंगेर मोबाइल वाणी इसी तरह लोगों की समस्याओं का समाधान करती रहे।

नितेश राज ने बताया कि जनता को काफ़ी परेसानी हो रही है।35 रुपये का रिचार्ज करना सब के बस की बात नही।आम जनता का मोबाइल नंबर बैंक से लिंक कराया हुआ है।

जनता की रिपोर्ट कड़ी में ग्रामीण ने अपनी बात रखते हुए बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से वोट करना भी ठीक है लेकिन उसमें संतुष्टि होने चाहिए मोटर को कि वह जिस पार्टी को वोट दिया उसके पास भी वह स्लिप हो हालांकि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर बड़े पैमाने पर धांधली हो सकती चुकी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है इसमें कई तरह की समस्या भी आती है आपको वोट किसी और को 2 दिखाता कुछ और ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर तो प्रश्न चिन्ह है लेकिन वक्त के साथ इलेक्ट्रॉनिक मशीन में सुधार कर अगर वोटिंग किया जाता है तो वह भी ठीक है उन्होंने यह भी बताया कि अगर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का भी बचत होता है इसमें सुधार करके किया जाता है तो वोटिंग मशीन भी ठीक

हर उपयोगी तकनीक का दुरुपयोग भी संभव है वर्ष 2004 से भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ चुनाव कराया जा रहा है परंतु इसके दुरुपयोग साबित नहीं हो पाई है और शांतिपूर्ण चुनाव होने में निश्चित मदद मिली है जबकि बैलेट से वोटिंग होने पर कई बार अशांति की जानकारी और पूर्वजों से मुझे मिली है.