दीपक कुमार आर्य,मुंगेर से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है कि एक माह तक चलने वाली विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला सफल बनाने के लिए सरकार के द्वारा हर साल प्रयास किया जाता है लेकिन यह प्रयास हर साल अधूरा ही रह जाता है.श्रावणी मेला की शुरुआत सुल्तानगंज गंगा किनारे से होती है,सुल्तानगंज तक पहुचने के लिए एन. एच. के सहारे बहुत सी गाड़ियां आती है लेकिन सड़क विगत दस वर्षो से ख़राब होने के कारण इसपर ना तो बड़ी गाड़ी जा पाती है और न ही छोटी गाड़ी।सड़क की स्थिति ख़राब होने के कारण कावरियों की गाड़ी काफी देर जाम में फंसी रही।जाम में फंसे कावरियों ने प्रशाशन के प्रति आक्रोश जताया और कहाँ की कावरियों के लिए समुचित व्यवस्था नहीं की जाती है।