जोय्ति कुमारी जिला जमुई से कहती है की क्यों लक्ष्य से भटक गई शिक्षा। आज आजादी के छः दर्शक बीत चुके है तो वर्तमान हालत को देखते हुए गाँधी जी की बातों की चर्चा अप्रसंगीत सी प्रतिक हो रही है। शिक्षा की मौजूदा दुर्दशा को देखते हुए सकता है की अगवत का आधा सफर तय किया जा चूका है एक दौर ऐसा था की हिंदुस्तान के विद्यालयों में यह सिखाया जाता था की बच्चे सुबह उठते ही माता-पिता के चरण स्पर्श करे वही अब हाई -हेल्लो के पश्चमी संस्कृति से सरोवार इंडिया के स्कूलों में शिक्षा के मामले में इन कुछ वर्षो में लंबा सफर तय किया है। दोस्तों अगर आप भी इस तरह की जानकारी हमारे साथ बांटना चाहते है,तो मिस्ड कॉल दे हमारे निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।