जिला जमुई से चन्द्रशेखर आजाद जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की जमुई जिले में 24 उच्च विद्यालय में इंटरपास हेडमास्टर है पदस्थापित ,11 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक पद पर काबिज है प्रखंड नियोजित शिक्षक, छह में मैट्रिक प्रशिक्षित शिक्षक है प्रधानाध्यापक। चौकने की बात यह है की जहां पे हेडमास्टर इंटरपास हो तो कैसे कर सकते बेहतर और कुशल शिक्षा की अास. सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा की बात तो की जाती है पर कमजोर पृष्ठभूमि वाले शिक्षकों और हेडमास्टरों से बाल विद्यालयो में गुणवत्तपूर्ण शिक्षा की बता करना बेमानी लगती है सरकार के निर्णय के आलोक में हर पंचायत में एक उच्च विद्यालय की स्वीकृति तो दे दी गयी पर इन उत्क्रमित विद्यालयो में ना तो नियमित हेडमास्टर की न्युक्ति की गयी ना ही आधारभूत संरचना का विकास ही किया गया नतीजतन मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक प्रभारी प्राचार्य बन गए ,किसी तरह माध्यमिक शिक्षा की औपचारिकताएं पूरी की जा रही है।