शहर के वरिष्ठ नागरिकों को चलने के लिये न तो शहर में फुटपाथ है और न रोड क्रॉस करने के लिये रोड पर मार्किंग किया गया है।नतीजतन हर रोज शहर के रोड पर रोड क्रॉस करने पर बाइक से दुर्घटना होती रहती है। जबकि शहर में करीब 22 प्रतिशत वरिष्ठ नागरिक रहते हैं। बताया जाता है कि अंग्रेज के शासन काल में शहर की जब आबादी मात्र हजार में थी तब भी पैदल चलने वालों के लिये व्यस्त रोड पर मीना बाजार से आगे मेन रोड तक फुटपाथ बनाया गया था। मगर अब शहर की आबादी करीब तीन लाख हो गयी है। वाहनों का भार कभी बढ़ गया है। घण्टों रोड जाम रहता है। तेज रफ्तार से वाहन चल रहे हैं। जबकि शहर में 30 किलोमीटर की रफ्तार से ही वाहन को चलाना है मगर इस पर कोई रोक नहीं है। इतना ही नहीं पहले से बने फुटपाथ को सामने वाले दुकान वाले के कब्जे में है। इसको लेकर कई वरिष्ठ नागरिकों ने नगर निगम से लेकर जिला प्रशासन से सवाल उठाया है।