इस बार मैट्रिक के घोषित रिजल्ट में ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का जलवा रहा है। इनमें अधिकांश में संसाधनों की कमी है। इसके बावजूद यहां के छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले के टॉप थ्री में शामिल पांच बच्चों में चार मोतिहारी शहर से बाहर के स्कूलों के हैं। इन स्कूलों में जिला मुख्यालय के स्कूलों की अपेक्षा संसाधन की कमी है। इस बार के रिजल्ट में सिर्फ सूबे में टॉप टेन में आया आयुष कुमार जिला मुख्यालय के जिला स्कूल का छात्र है। इस बार जिले में लड़कों का जलवा रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले के टॉप थ्री में सभी लड़के हैं। वहीं, जिला में दूसरे स्थान पर रहे रामगढ़वा का छात्र भाष्कर गुप्ता ने उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय अहिरौलिया से पढ़ाई की। इसी प्रकार दूसरे स्थान पर ही रहे निखिल कुमार यूएचएस बिजबनी दक्षिणी स्कूल का छात्र है। इसी प्रकार तीसरे स्थान पर दो छात्र थे। इनमें, प्रकाश कुमार ने बीएएपी बाराचकिया से व नीतेश कुमार ने डीए उच्च विद्यालय संग्रामपुर से पढ़ाई की। जानकारों का कहना है कि अब ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में भी पठन-पाठन में पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है। साथ ही इसमें छात्र-छात्राओं की कड़ी मेहनत का भी योगदान है। वैसे देखें तो जिला मुख्यालय के प्लस टू स्कूलों जिला स्कूल, मंगल सेमिनरी, गोपालसाह उच्च विद्यालय, एमजेके कन्या इंटर कॉलेज आदि से अच्छे रिजल्ट की उम्मीद रहती है। लेकिन इस बार सिर्फ जिला स्कूल से छात्र आयुष टॉप टेन में रहने के साथ ही जिला का भी टॉपर बना ।
