छतौनी स्थित प्राइवेट बस स्टैंड में सुविधाओं का अभाव है। जिससे यात्रियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। गर्मी के दिनों में पीने का पानी हो या धूप से बचने के लिए प्रतिक्षालय। सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होता है। जल-जमाव से गढ्ढे में यात्री गिरकर चोटिल हो जाते है। बस स्टैंड में यात्रियों सुविधाओं का टोटा है। बस स्टैंड से विभिन्न स्थानों के लिए रोजाना दो से ढाई सौ छोटी बड़ी बसे खुलती है। लेकिनयात्रियों को सुविधा के नाम पर कुछ भी उपलब्ध नहीं होता है। गर्मी के समय में यात्री बोतल का पानी पीने को मजबूर होते है। बस स्टैंड में रात्रि के समय लाईट के अभाव के कारण यात्रियों को काफी परेशानी होती है। यात्री शेड प्रतिक्षालय पर अवैध लोगों का कब्जा है। एक बस इंचार्ज रौशन सहनी व नागेन्द्र सिंह का कहना है कि बस स्टैंड में यात्रियों के लिए सुविधाओं का अभाव है। स्टैंड में एक प्रतिक्षालय है जिसमें यात्री रात गुजारते है। वही कुछ प्रतिक्षालय पर जुआरियों व गजेड़ियों का अवैध कब्जा है। पटना या उस रुट में जाने वाली बस जब स्टैंड से खुलकर जब नेशनल हाईवे पर पहुंचती है तो वहां खड़ी गाड़ी पर चढ़ने के लिए यात्रियों को सड़क किनारे बने गढ्ढे से होकर गुजरना पड़ता है। कभी-कभार यात्री गढ्ढे में गिरकर चोटिल हो जाते है। मुजफ्फरपुर जाने के लिए खड़ा अमन कुमार बताते है कि प्रतिक्षालय का कमी सता रहा है। पीने के लिए चापाकल का अभाव है। सरकार और जिला प्रशासन को बस स्टैंड को बेहतर बनाने को ज्यादा ध्यान देना चाहिए।