जिला समस्तीपुर से ज्योति कुमारी बिहार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि पोषण के अभाव में बच्चो को कुपोषण का शिकार होना पड़ता है प्रतेक बच्चे को शारीरिक विकास के लिए प्रोटिक,खनिज लवण,एवं बिटामिन की आवश्यकता होती है अगर इन तत्वो की मात्रा में कमी होती है तो बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाता है जब बच्चे का शारीरिक विकास रुक जाए और हमेशा बीमार रहता है तो यह समझा जाता है की बच्चा कुपोषण का शिकार हो गया है।तो उसे तुरंत डॉक्टर से ईलाज करवाना चाहिए और डॉक्टर के सलाह अनुशार खान-पान में ध्यान देना चाहिए यदि सही समय पर ईलाज नहीं किया जाता है तो बच्चे कुपोषण से अतिकुपोषण हो जाता है।इस स्थिति में बच्चे का हाथ पैर कमजोर हो जाता है एवं पेट निकल जाता है।इससे बचाव के लिए बच्चे के खानपान पर शुरू से ही देख रेख करनी चाहिए।
