कहते हैं कि अगर आप में प्रतिभा व लगन है तो सफलता आपके कदम चूमती है। इसे सही साबित किया है जिले के आयुष कुमार ने। मोतिहारी के जिला स्कूल के छात्र आयुष ने मैट्रिक के घोषित रिजल्ट में पूरे सूबे में टॉप टेन में स्थान बनाकर सफलता का परचम लहराया है। उन्हें 476 अंक व सूबे में 10 वां रैंक मिला है। वह रामगढ़वा प्रखंड की धनहर दिहुली गांव का रहने वाला है। उसने परीक्षा की तैयारी के लिए गणित व विज्ञान विषय का टॺूशन किया था। बाकि विषयों की तैयारी सेल्फ स्टडी से की थी। सामन्यतया वह 7 से 8 घंटे तक पढ़ाई करता था। परीक्षा के पूर्व 12 से 13 घंटे तक प्रतिदिन पढ़ाई करता था। बिहार बोर्ड की पुस्तकों से ही उसने तैयारी की। उसे बिहार बोर्ड में 26 मार्च को बुलाया गया था। आगे की प्लानिंग पर उसने बताया कि वह आगे इंटरमीडिएट बॉयोलॉजी से करेगा। वहीं भविष्य में वह नीट की तैयारी कर डॉक्टर बन समाज सेवा करना चाहता है। वह अपनी सफलता का श्रेय शिक्षक व माता-पिता की प्रेरणा को देता है। उसके पिता मनोज कुमार किसान हैं। वहीं मां चिंता देवी गृहिणी हैं। माता-पिता अभी गांव में हैं। वह अभी मोतिहारी के शांतिपूरी मोहल्ले में अपने दादा-दादी व भाई-बहन के साथ रह कर पढ़ाई कर रहा है। उसकी सफलता पर दादा होमगार्ड से रिटायर्ड रामलाल ठाकुर व दादी सीया देवी की खुशी का ठिकाना नहीं है। उनका कहना है कि स्कूल के शिक्षक ने फोन कर उसके टॉप टेन में आने की जानकारी दी। इसके बाद दादा-दादी ने पोते को गले लगा व मिठाई खिला जीवन में कामयाबी का आशीर्वाद दिया। दादा श्री ठाकुर का कहना था कि पोता की सफलता पर अपनी भावना को बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। यह जीवन में इसी तरह कामयाबी हाहिल कर जिले व सूबे का नाम रौशन करे यही तमन्ना है। वहीं, दादी सीया देवी तो बार-बार पोते को गले लगा रही थीं। आयुष दो भाई व दो बहन में दूसरे स्थान पर है। बड़ी बहन प्रियांजली कुमारी एमएस कॉलेज के मनोविज्ञान में स्नातक प्रथम खंड की छात्रा है। भाई अंकित दूसरे कक्षा व बहन दीक्षा वर्ग 8 में पढ़ाई कर रही है।
