रिर्टन दाखिल करने में हुई गड़बड़ी पर 248 व्यवसायियों पर 25.15 करोड़ रुपये कर का निर्धारण करते हुए वाणिज्य कर विभाग ने कड़ी कार्रवाई शुरू की है। व्यवसायियों के द्वारा कर का भुगतान नहीं किये जाने पर विभाग ने उनसभी व्यवसायियों का बैंक खाता जब्त किया है। बैंक खाता जब्त करते हुए सृजित कर का भुगतान करने का निर्देश दिया है। इसके साथ संवेदक भी कार्रवाई की जद में आए हैं। सभी सरकारी कार्य विभाग को वाणिज्य कर विभाग ने पत्र जारी करते हुए वैसे संवेदक जो इस दायरे में आए हैं,उनकी सृजित कर की कटौती कर भुगतान का निर्देश दिया गया है। इन संवेदकों से कर वसूली के लिए इनका बैंक खाता भी जब्त किया गया है। सरकारी कार्य विभाग को निर्देशित किया गया है कि संवेदकों की बकाया राशि की कटौती नहीं की गयी व भुगतान कर दिया गया तो वैसे सरकारी कार्य विभाग के विरूद्ध भी जीएसटी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। क्या है मामला वाणिज्य कर विभाग ने व्यवसायियों के द्वारा दाखिल किये गये रिटर्न में विसंगति पायी है। इसके कारण उन पर कर का निर्धारण किया गया है। जो सृजित राशि है उसे हर हाल में भुगतान करने को कहा गया है। कर की राशि भुगतान नहीं करने पर कार्रवाई की गयी है। कहते हैं अधिकारी राज्य कर संयुक्त आयुक्त मोहन कुमार ने बताया कि रिटर्न दाखिल करने में विसंगतियों के कारण कर सृजित किया गया है। कर वसूली के लिए 248 व्यवसायियों का बैंक खाता जब्त किया गया है। संवेदक के मामले में सरकारी कार्य विभाग को निर्देशित किया गया है।
