जिले के एलएनडी कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के सौजन्य से मंगलवार को पाक्सो जागरूकता पर बेविनार का आयोजन किया गया। यह बेविनार भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, युवा मामले के राष्ट्रीय सेवा योजना निदेशालय के निर्देशानुसार साक्षी के द्वारा संपन्न हुआ। प्राचार्य प्रो.(डॉ.) अरुण कुमार ने कहा कि संविधान में प्रदत्त लैंगिक समानता की स्थापना के लिए धरातल पर लोगों की संवेदनशीलता जरूरी है।उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति खुद हिंसक व्यवहार करता है तो उसे दूसरों से अहिंसक व्यवहार की कल्पना नहीं करनी चाहिए।साक्षी की रिसोर्स पर्सन डॉ.सुंबुल दाउद ने फिल्म, एनिमेशन व शॉर्ट वीडियो आदि द्वारा लैंगिक हिंसा को समझाते हुए उनके रोकथाम को रेखांकित की। यौन हिंसा केवल बालिकाओं के साथ ही नहीं होती है बल्कि यह बालकों के साथ भी हो सकता है। बच्चे व बच्चियां कई बार अपने साथ हुए यौन दुर्व्यवहार को शर्म व सामाजिक कलंक के कारण मौन रहकर साझा नहीं करते हुए इनकार कर देते हैं। ऐसी स्थिति में उनके मनोबल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। संचालन करते हुए एनएसएस पीओ प्रो. अरविंद कुमार ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया। मीडिया प्रभारी डॉ. कुमार राकेश रंजन ने बताया कि इस ऑनलाइन बेविनार में साक्षी की डॉ.रूपाली फूले, शिक्षकों की ओर से डॉ.पिनाकी लाहा, डॉ. सर्वेश दूबे, डॉ.राधेश्याम, डॉ.नीरज कुमार व स्वयंसेवियों की ओर सुप्रिया, सलोनी वत्स, अंशिका अनुरंजिनी, शिवानी, अंजलि, पूजा, शिवम, आदर्श, हिमांशु, कमलेश, संदीप सहित अन्य एनएसएस स्वयंसेवक व विद्यार्थी जुड़े थे।