सरकार द्वारा किसानों के खेतों तक पानी पहुंचने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं,लेकिन कैनाल में पानी नहीं। जिसका नजारा त्रिवेणी नहर कैनाल में देखा जा सकता है। पश्चिम चम्पारण के बाल्मीकि नगर से पूर्वी चम्पारण के नरकटिया बाजार सीसवनिया गांव के 475आर्डी तक उद्गमित है,जिसमें सैकड़ों वितरणी व उपवितरणी है। फिर 1982 के बाद 323आर्डी के तक ही पानी पहुंचा। जबकि इस कैनाल से किसानों को पानी देने के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं,लेकिन पानी के बदले कैनाल में खर,पतवार दिख रहे हैं। गम्हरिया के किसान नन्दलाल सिंह,विजय सिंह,रतनपुर के दिनानाथ पाण्डेय, मनना के भागीरथ कुशवाहा, चम्पापुर के विनय चौरसिया, मुसहरी के जगदीश ठाकुर आदि ने बताया कि त्रिवेणी नहर कहने के लिए है लेकिन चार दशक से पानी किसानों को मयस्सर नहीं हो सका। कहते हैं अभियंता त्रिवेणी नहर के कार्यपालक अभियंता कुमार ब्रजेश ने बताया कि नहर में पानी छोड़ा गया है,अब तक तीन सौ आर्डी तक पानी पहुंचा है।