धीरज यादव,पूर्वी चंपारण से बिहार मोबाइल वाणी के माध्यम से स्कूल की शिक्षा के बारे में बताना चाह रहे है वहा के गांव में कोई भी शिक्षक नहीं है अगर बच्चा टिव्सन नहीं करे तो बच्चा मेट्रिक पास नहीं कर सकता है तथा उसका भविष्य ख़राब हो सकता है और जो भी शिक्षक है वह सिर्फ 8वी कक्षा तक ही पढ़ा सकते है तथा उनके पास अनुभव ही नहीं है.इस स्कूल के बच्चे का रिजल्ट तो आयेगा पर हर स्कूल की तरह अच्छा नहीं हो पाता है क्योकि शिक्षक की कमी है.स्कूल तो सरकार ने बना दिया परन्तु वहा पर शिक्षक नहीं है.
