बिहार राज्य के जमुई जिला गिद्धौर प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं की हमारे देश में कब होगा श्रमिकों का सम्मान।अगर हर क्षेत्र में मनरेगा का कार्य बिना किसी घोटाले और नियम के साथ योजना का पालन हो तो मजदुरों को कम वेतन में भी दुसरे राज्यों में काम करने के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा।इस योजना का उद्देश्य ही था मजदुरों के पलायन को रोकना।लेकिन बहुत ही दुर्भाग्य की बात है की इन योजनाओं के तहत होने वाले कार्यों में मजदुरों को नहीं लगाया जाता है।कार्यों को मशीनों के द्वारा करा दिया जाता है।मजदुरों के लिए लेबर कार्ड तो बन जाता है पर उसे मजदुरों को नहीं दिया जाता है।मुखिया और वार्ड पार्षद अपने पास लेबर कार्ड रखते है और लेबर कार्ड को भर कर खुद ही योजना का लाभ ले लिया करते हैं।इस फर्जीवाड़े में सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों की भी पुरी सहभागिता होती है।इस योजना में बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है।इसके बाद भी सरकार इसके प्रति उदासीन है अगर सरकार इसके तरफ रुख करती तो मजदुरों को विवशता में पलायन नहीं करती