बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से भीम राज मोबाइल वाणी के माध्यम से श्रम के सम्मान के विषय में संतोष कुमार साह से बातचीत कर रहे है,जिसमें संतोष कुमार साह जी का कहना है कि अभी वे मुंबई में रहते हैं और कपड़े की फैक्ट्री में काम करते हैं। वहाँ के स्थानीय लोग भी उस फैक्टरी में काम करते है ।उन लोगों को सीधा मालिक के द्वारा भी काम दिया जाता है परन्तु संतोष ने बताया की उन्हें अपने मालिक के द्वारा काम दिया गया।वहाँ पलायन करते वक़्त से अब तक उन्हें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। जैसे भाषा,रहन -सहन ,वहाँ के वातावरण में खुद को ढालना इत्यादि।वहाँ के स्थानीय लोगो को काम मिलने में थोड़ी परेशानी होती है ,परन्तु पलायन किये लोगों को काम आसानी से मिल जाता है , ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि बाहर के लोग कम पैसे में ही काम करने को तैयार रहते है,जबकि वहां के स्थानीय लोग ऐसा नहीं करते है ।अनजान शहर में बाहरी लोगो को किसी भी तरह की परेशानी होती है तो वहाँ के लोग या प्रशासन उनकी किसी भी तरह से मदद नहीं करती। इस वजह से उनकी परेशानी और दुगुनी हो जाती है।