बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से भीम राज मोबाइल वाणी के माध्यम से श्रम के सम्मान के विषय में रतनपुर गांव के प्रभु साहू से बातचीत कर रहे है,जिसमें प्रभु जी का कहना है कि ये अभी कुछ दिन से मुंबई में रह रहे हैं और वहां काम करते हैं। उनके साथ वहाँ के स्थानीय लोग भी काम करते हैं और उन सभी लोगो को मालिक के द्वारा काम मिल जाती है। उन्हें भाषा समझने में भी परेशानी होती है क्यूंकि मुंबई वाले लोग अपनी स्थानीय भाषा प्रयोग करते है। इस वजह से उन्हें भाषा समझने में दिक्कत होती है। वहाँ के स्थानीय लोगों को काम मिलना थोड़ा कठिन होता है,क्यूंकि वे कम पैसे में ज्यादा काम नहीं करना चाहते और बाहर से गए लोग कोई भी काम पकड़ लेते। इसलिए स्थानीय लोगों को काम मिलने में मुश्किल होती है और पलायन लोगों को काम के लिए परेशानी नहीं होती है । इस तरह उन्हें प्रदेश में बहुत सी परेशानी झेलनी पड़ती है।