बिहार के मधुबनी जिला से तेजनारायण ब्रह्मऋषि जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं मधुबनी जिला के एएनएम स्कूल सदर अस्पताल के परिसर में हैं जंहा एक युवती हमें मलेरिया रोग के बारे मे बताती हैं कि मलेरिया मच्छर के काटने से होता है ,जिसकी चार प्रजातियाँ होती है।जमा हुआ पानी ,कूड़े कचड़ों की गंदगी ,खुले में बिना मच्छरदानी के सोने से मलेरिया रोग हो सकता है। एक घंटे या 15 मिंट तक यदि किसी को कपकपी लगने या दन्त किटकिटाने लगे ,रोगी को सर दर्द होने लगे तो यह मलेरिया के लक्षण हो सकते हैं। मलेरया के उपचार के लिए हमे क्लोरोक्विन दवा का उपयोग करना चाहिए।