जिला मुंगेर से गोरेलाल मंडल ने मोबाईल वाणी को बताया कि मच्छर वहीं पाया जाता है झा गंदगी और पानी का जमाव होता है।मलेरिया से बचाव के लिए मच्छर दानी का उपयोग करना चाहिए और मॉर्टिन क्वायल जलाना चाहिए।बिमारी होने पर उचित दवा लेनी चाहिए। उचित समय पर इलाज नहीं होने पर जान भी जा सकती है।मलेरिआ रोगी को चावल बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए,बल्कि रोटी का सेवन कर सकते हैं। डाक्टर साहब सलाह देते हैं कि सप्ताह में एक बार दवा खाने पर भी मच्छर का प्रभाव कम होता है।मलेरिया से ग्रसित लोगो को बुखार के साथ ठंड से कपकपी महसूस होती है। पुरे बदन में खास कर सिर में बहुत दर्द होता है