रतनपुर पंचायत के रंजन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बोल रहे है कि जल संग्रह क्र के ही पेय जल संकट को दूर किया जा सकता है। गर्मी दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है और जलस्तर भी नीचे जा रहा है जिसके कारण पेयजल एवं सिचाय प्रभावित हो रहा है बिहार के सत्रह जिले का जलस्तर बीस से पच्चीस फीट नीचे जा चुका है और बिहार के 70 जिले जल संकट से जूझ रहा है। सरकार ने इस जल सकट से निजात पाने के लिए 2019 -20 में तीन सौ बीस करोड़ खर्च कर प्रधान मंत्री कृषि सिचाय योजना बून्द के नाम सेराज्य के जमुई , भंका , मुंगेर , लकिशराय , त्रिपुरा ,नवादा , नालंदा , पटना ,गया , अरवल , जहानाबाद , औरंगाबाद कैमूर, अदि जिले में योजना लागु क्र चालयी जाएगी। बिहार में जहा पर कृषक वर्ष जल पर आश्रित है वहां जल क्षाजन क्र कृषि भूभाग का जल संरक्षण करेगी।जल स्तर को ऊँचा करने के लिए सरकार ३२.52 करोड़ रुपया खर्च करेगी। जल संकट को दूर करने की एक अहम् तरीका बताते हुए बोला जा रहा है की लोगो को जागरूक करना की कम जल में कौन सी फसल उगाई जाये और पेयजल किस तरह सेकम खर्च क्र अपनी जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।