भारती श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि उन्होंने अभी तक ईएसआईसी नहीं चालू करवाया है, क्योकि बड़ी ईएसआईसी में दवाई नहीं मिलती है

फरीदाबाद के ऐ सी नगर से निकिता श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि, ईएसआईसी के अस्पताल में कुछ महंगी दवाइयाँ बाहर से लेनी पड़ती है

छोटे खान श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनका कैंसर का इलाज ईएसआईसी के अस्पताल में चल रहा है। 98 प्रतिसत दवाइयां तो मिल जाती है, लेकिन कभी कभी 2 प्रतिसत दवाइयां नहीं मिल पाती है।

पूनम श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि उन्हें ईएसआईसी अस्पताल में दवाइयाँ पूरी नहीं मिलती है

राजवीरी देवी श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि चोट लग जाने के बाद भी अस्पताल में दवाई नहीं देते है। खांसी की भी दवाई नहीं देते, बाहर से लेने के लिए बोला जाता है। ईएसआईसी के पैसे काटते , तो बाहर से देवी क्यों ले ? और दवाई पूरी भी नहीं देते है

श्रमिक वाणी के माध्यम से सिमा बता रही हैं वे इएसआई में दवा लेने जाती हैं तो कुछ दवाई मिलती है कुछ बाहर से मिलते हैं

श्रमिक वाणी के माध्यम से प्रीति बता रही हैं इएसआई में पूरी दवाएं नहीं मिलती उन्हें बाहर से लेनी पड़ती हैं।

श्रमिक वाणी के माध्यम से मानवती बता रही हैं उनके बच्चेदानी में परेशानी है लेकिन इएसआई वाले गौर नहीं करते बिलकुल भी साल डेढ़ साल से परेशान है वहां कोई दवा नहीं दिया जाता है

श्रमिक वाणी के माध्यम से सपना ने बताया कि उन्हें इ एस आई में इलाज करवाने जाते हैं वहां उनकी दो तीन दिन की छुट्टी रहती है जिसका पैसा उन्हें कम्पनी द्वारा नहीं मिलता है

श्रमिक वाणी के माध्यम से रोशनी बता रहे हैं उन्होंने इएसआई में अपने भाई का इलाज करवाया था। वहां वे लापरवाही करते हैं इलाज में टाइम टू टाइम इलाज करने मे सहायता करें।