कोमलरानी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि ईएसआईसी के अस्पताल में इलाज के लिए लंबी लाइन लगनी पड़ती है।
हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से जगतनारायण मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो जब भी ईएसआईसी के अस्पताल जाते है,तो उन्हें इलाज के लिए दिल्ली रेफर कर दिया जाता है। कोई भी ऑपरेशन समय से नहीं करते है
हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से जयराम मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो एक कंपनी में काम करते है और उनका ईएसआईसी भी कटता है। जब वो ईएसआईसी के अस्पताल जाते है,तो उन्हें पूरी दवाई नहीं दी जाती है। डॉक्टर के लिखने के बाद भी अल्ट्रासाउंड नहीं करते है। कंपनी से छुट्टी लेने से पैसे भी कटते है
हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से रिज़वान मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो जब भी ईएसआईसी के अस्पताल जाते है,तो उन्हें इलाज के लिए 15 दिन बाद की तारीख दी जाती है। इसके लिए उन्हें कंपनी से छुट्टी लेनी पड़ती है।
हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से कल्पना मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि वो जब भी ईएसआईसी के अस्पताल जाती है, तो वहां पर लंबी लंबी लाइन लगनी पड़ती है। जिस वजह से उन्हें दवाई नहीं मिल पाती है। अल्ट्रासाउंड के लिए भी काफी परेशानी होती है और इलाज के लिए कंपनी से छुट्टी लेनी पड़ती है और कंपनी वाले पैसे भी काट लेते है।
हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से हमारी श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि ईएसआईसी के अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए काफी लंबी तारीख दी जाती है।दवाइयों के लिए भी काफी लंबी लाइन लगनी पड़ती है
हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से हमारी श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो जब भी ईएसआईसी के अस्पताल जाती है,तो वहां कभी भी दवाइयां नहीं मिलती है। अल्ट्रासाउंड भी नहीं होता है, जिस वजह से उन्हें बाहर से अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है और इसमें काफी पैसे खर्च होते है
हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से हमारी श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि वो जब भी ईएसआईसी के अस्पताल जाती है,तो वहां कभी भी अल्ट्रासाउंड समय से नहीं होता है। दवाई के लिए भी लंबी लाइन लगनी पड़ती है
हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला से पवन मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो एक कंपनी में काम करते है । उनका कहना है कि उनका हाथ फ्रैक्चर हो गया है और जब वो ईएसआईसी के अस्पताल गए , तो उनका ईएसआईसी कट गया लेकिन उनके इलाज के लिए 25 दिन बाद की तारीख दी। इस वजह से वो काफी परेशान है
नितेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनकी पत्नी गर्भवती है और उनकी पत्नी का 8वा महीना चल रहा है। नितेश का कहना है कि उनकी पत्नी के पेट में दर्द है और वो सुबह 8 बजे से ईएसआईसी के अस्पताल आये हुए है और वहां कोई भी काम ढंग से नहीं हो रहा है। अस्पताल के काफी चक्कर लगाने से बाद उन्हें पत्नी को इंजेक्शन दिया गया।