ज्योति मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि ईएसआईसी के अस्पताल में दवाई नहीं मिलती है। उनका कहना है कि वो एक कंपनी में काम करती है और कंपनी उनके छुट्टी के पैसे भी काटती है