फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से श्रमिक वाणी के माध्यम से दिव्या बता रही हैं कि वे ईएसआई जाती हैं तो वहां पर उन्हें लम्बी लाइन लगानी पड़ती है। फिर भी उन्हें दवाई नहीं मिलती है। इसके लिए उन्हें मदद चाहिए