शहरों की चमचमाती सोसायटी को बड़े विकास का मापदण्ड मानकर इसकी सराहना तो करते हैं, नागरिक अपने घर की कमी पूरी करने के लिए जिंदगी की गढ़ी कमाई घर खरीदने में खर्च कर देता है ताकिवो खुद और उसका परिवार सुरक्षित रहे, मानसिक तनाव के बिना, लेकिन क्या हो जब इस गगन चुम्बी इमारत में रहने वाले की जान लिफ्ट में फंस जाए, आम नागरिक की पत्नी और उनका। बच्चा स्कूल जाने के वक्त लिफ्ट दुर्घटना का शिकार हो जाये और इस दुर्घटना प्रति बिल्डर जिसने इतनी मोटी रकम सोसायटी का रखरखाव किया और घर बेचने के लिए पैसा वसूला है और कोई कार्रवाई ना ले, आइए इसी गंभीर समस्या से आज रूबरू होते हैं, गाजियाबाद के दिव्यांश सोसायटी में रहें वाले एक निवासी श्री बिपन झा ने बताया अपना हाल