छोटे खान श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनका कैंसर का इलाज ईएसआईसी के अस्पताल में चल रहा है। 98 प्रतिसत दवाइयां तो मिल जाती है, लेकिन कभी कभी 2 प्रतिसत दवाइयां नहीं मिल पाती है।