श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ये काम करते थे और ईएसआई भी कटा था। ईएसआई के अंतर्गत ट्रीटमेंट करवाने गया तो उन्होंने कहा कि हक़दारी नहीं है। सिर्फ टेस्ट करवाया गया और अस्पताल में भर्ती करने से इनकार कर दिया