नमस्कार/आदाब दोस्तों, फरीदाबाद मजदूर समाचार की नई कड़ी में आपका स्वागत है. साथियों, देश का विकास श्रमिक के कंधों पर टिका है. नामी कंपनियां केवल तकनीक के बल पर नहीं बल्कि श्रमिकों के श्रम पर ऊंचाइयों को छू रही हैं. ऐसे में अगर उसी कंपनी में रहते हुए श्रमिकों के साथ छल हो... या फिर कंपनी की तरक्की तो हो पर श्रमिकों की नहीं.. तो दुखद है. दोस्तों, अक्सर देखा जाता है कि श्रमिकों के पास सालों का अनुभव होने के बाद भी उनका वेतन ज्यों का त्यों रहता है. कंपनी में स्थाई नियुक्ति नहीं मिलती. अस्थाई कर्मचारियों का तो कई तरह से शोषण भी होता है. अब हाल ही में सीनियर फ्लैक्सोनिक्स के श्रमिकों का मामला सामने आया है. जहां उनके साथ कार्यक्षेत्र में सालों से शोषण होता आ रहा था पर एक दिन उन्होंने अन्याय के खिलाफ श्रम विभाग में दस्तक दी. बावजूद इसके श्रम विभाग से उन्हें तारीख के अलावा कुछ नहीं मिला. दोस्तों, श्रमिक को श्रम विभाग से न्याय की उम्मीद होती है ना की तारीख की. क्या आप या आपके किसी साथी के साथ भी ऐसा ही हुआ है? क्या श्रम विभाग से श्रमिकों को समय पर न्याय नहीं मिल पाता? आखिर किस तरह की दिक्कतें उन्हें आ रही हैं? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.