उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ीपुर ज़िला से नागेंद्र ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि स्वच्छ जल का बहुत आभाव है। ग्रामीण इलाकों में जो चार नंबर की चापानल होती है ,जिसकी गहराई 35 -40 फ़ीट की होती है। इसमें आर्सेनिक की मात्रा व अन्य तत्व पाए जाते हैं जो मनुष्य के लिए हानिकारक होते है। इसका सेवन से कई रोग के शिकार लोग हो जाते है।आर.रो कई लोग लगवा नहीं पाते है ,इसलिए कुछ लोग पानी ख़रीद कर पीते है। वहीं ग्राम के अधिकतर परिवार जानकारी के अभाव में चार नंबर की चापानल की पानी पीने को विवश है। पृथ्वी पर जल तो बहुत है पर पीने योग्य नहीं है