दिल्ली के गुरुग्राम रोड से नन्द किशोर की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यदु पाल से हुई। यदु पाल कहते है कि उन्हें कापसहेड़ा में रहते हुए बीस साल हो गए है। अभी पानी की बहुत समस्या उत्पन्न हो गई है। पानी का स्तर बहुत घट चुका है। अभी पीने योग्य पानी नहीं रहा ,पानी खारा हो चुका है। हर महीने एक हज़ार ,बारह सौ पानी पर ही खर्च हो जाता है। आने वाले युग में पानी पर और भी खर्च होगा। जल बचाने के लिए जल संचयन करना पड़ेगा। पानी इकठ्ठा कर जल स्तर ठीक रख सकते है। लोग पानी का पैसा जो बना रहे है ,इससे मज़दूर व निम्न वर्ग के लोग परेशान है
