उत्तरप्रदेश राज्य के कानपूर देहात से लज्जाराम साझा मंच के माध्यम से कह रहें हैं की चुनावी साल आते ही मज़दूरों की याद सरकार को आती है लेकिन जब कोरोना काल में मज़दूर पैदल अपने घरों को लौट रहे थे तब किसी को उनकी याद नहीं आई. मज़दूरों को इतनी गरीबी का सामना करना पद रहा है की ठण्ड में ग्राम कपडे नहीं खरीद पा रहें हैं.