उत्तरप्रदेश राज्य के कानपूर देहात से लज्जा राम,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि देश में प्रवासी श्रमिकों की स्थिति बहुत ख़राब है। इस कोरोना काल में सबसे ज़्यादा प्रवासी श्रमिक ही प्रभवित हुए है। इन सभी को भी जीने और खाने का अधिकार है।सरकार को इन श्रमिकों पर ध्यान देना चाहिए। अगर 2 दिन काम कर के 10 दिन बैठते है तो इनका जीवन आगे कैसे बढ़ेगा। इसलिए कोई भी संस्था हो ,इन प्रवासियों के सहायता के लिए आगे आये।