बिहार से रवि ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बिहार में राशन सुचारु रूप से वितरित नहीं किया जाता है। जिससे गरीब जनता को काफी परेशानी होती है। पहले हर व्यक्ति को 10 किलो गेहूं और 15 किलो चावल मिला करता था इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा 10 किलो अलग से राशन दिया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। एक महीना का राशन दूसरे महीने और दूसरे महीना का राशन तीसरे महीने दिया जाता है ऐसे में गरीब जनता को काफी परेशानी होती है